रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत की युवा टीम त्रिकोणीय निदाहास टी-20 कप के शुरुआती मैच में मंगलवार को श्रीलंका से भिड़ेगी. बांग्लादेश इस सीरीज में तीसरी टीम है. इस सीरीज में युवा खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करने का यह अच्छा मौका होगा. यह मुकाबला भारतीय समयानुसार शाम सात बजे शुरू होगा.
जिन खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलेगा, उनका लक्ष्य सिर्फ एक ही होगा कि वे इस मौके का पूरा फायदा उठा सकें. क्योंकि आईसीसी विश्व कप में 16 महीने का समय बचा है. हालांकि यह टी-20 टूर्नामेंट है, लेकिन वे अच्छे प्रदर्शन से राष्ट्रीय चयन समिति को आकर्षित कर सकते हैं.
ज्यादातर मौकों पर भारतीय टीम ने श्रीलंका को पस्त किया है और कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा के पास ट्रॉफी घर लाने के कई कारण दिखते हैं. रोहित दक्षिण अफ्रीका दौरे के खराब प्रदर्शन के बाद फॉर्म में वापसी को बेताब होंगे. वह अफ्रीकी दौरे पर एक वनडे में केवल ही सैकड़ा जड़ सके थे.
प्रेमदासा स्टेडियम में रोहित अपने जोड़ीदार शिखर धवन के साथ शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे. सुरेश रैना फिटनेस और फॉर्म संबंधित मुद्दों के कारण करीब एक साल तक टीम से बाहर रहे, लेकिन वह वापसी के बाद धीरे- धीरे तीसरे नंबर के हिसाब से ढल रहे हैं.
वहीं, लोकश राहुल को अगर टीम प्रबंधन पारी का आगाज करने के लिए नहीं चुनता है, तो रैना की टीम में वापसी से उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी पड़ सकती है. मनीष पांडे भी काफी समय से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. उन्हें जो भी सीमित मौके दिए गए हैं, उसमें उन्होंने खुद को साबित किया है.
दिनेश कार्तिक के पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने और विकेटकीपिंग करने की उम्मीद है, जिससे छठे स्थान के लिए द्वंद्व दीपक हुड्डा और ऋषभ पंत के बीच होगा. प्रेमदासा में दूधिया रोशनी में विकेट धीरे-धीरे धीमा ही होगा, ऐसे में वॉशिंगटन सुंदर और युजवेंद्र चहल दो स्पिनर विकल्प हैं.
शार्दुल ठाकुर ने दक्षिण अफ्रीका में प्रभावित किया था, उनके जयदेव उनादकट के साथ नई गेंद से गेंदबाजी करने की उम्मीद है. यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज या एक ऑलराउंडर रखने का विकल्प चुनता है.
अगर टीम एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज चुनती है, तो मोहम्मद सिराज इसमें शामिल हो सकते हैं या फिर तमिलनाडु के आल राउंडर विजय शंकर को जगह मिलेगी. अगर अतिरिक्त स्पिनर की जरूरत होगी तो अक्षर पटेल विकल्प हैं. उम्मीद है कि मुख्य कोच रवि शास्त्री उस खिलाड़ी को नहीं खिलाएंगे जो टीम प्रबंधन की भविष्य (वर्ल्ड कप की) की योजनाओं में शामिल नहीं होगा.