दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में दिनदहाड़े एक शख्स को गोली मार दी गई. यह घटना बुधवार सुबह 10 बजे की है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है.जानकारी के मुताबिक, कनॉट प्लेस के ए ब्लॉक में मनी एक्सचेंज के दफ्तर में काम करने वाला तस्वीर सिंह रोजाना की तरह बुधवार सुबह भी अपने दफ्तर के लिए राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 8 से बाहर निकला. मनी एक्सचेंज के कंपनी के ठीक बाहर दो युवक बैठे हुए थे. तस्वीर सिंह जैसे ही मनी एक्सचेंज दफ्तर के बाहर पहुंचा.
तभी घात लगाए दोनों बदमाशों ने उसका बैग छीनने की कोशिश की. तस्वीर सिंह ने जब बदमाशों का विरोध किया, तो उन्होंने उसे गोली मार दी. इसके बाद वहां लोग जमा हो गए. पुलिस को सूचना दी गई. दिल्ली पुलिस अब इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक बदमाश 24 से 25 साल की उम्र के हैं.
उन्होंने काले रंग की कमीज पहनी हुई थी. पुलिस की 10 टीम 3 बदमाशों की तलाश में जुट गई है. बताया जा रहा है कि तस्वीर सिंह के पास मौजूद बैग में पैसे नहीं थे. अब सवाल ये खड़ा होता है कि यदि बैग में पैसे नहीं थे, तो बदमाशो ने उसको गोली क्यों मारी. कहीं इस घटना के पीछे आपसी रंजिश तो नहीं है. पुलिस जांच कर रही है.
बताते चलें कि आए दिन दिल्ली में गोली मारने की घटनाएं हो रही हैं. बदमाश बेखौफ हो चले हैं. हाल ही में दिल्ली के शाहदरा का रोहताश नगर इलाका गोलियों की आवाज से गूंज उठा. बाइक सवार चार बदमाशों ने एक बिल्डर के दफ्तर में घुसकर उसके कर्मचारियों से पहले मारपीट की और फिर गोलियां चलानी शुरू कर दी थी.
यह घटना इस महीने के पहले सप्ताह में हुई थी. रोहताश नगर में सोनू और मोनू नामक दो बिल्डर भाई अपने दफ्तर में बैठे थे. तभी बाइक पर सवार होकर विनोद पहलवान, शोकेंद्र, रोहित और हिमांशु नामक चार लोग वहां पहुंचे और सोनू, मोनू समेत उनके दफ्तर में मौजूद दूसरे लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी थी.
इतना ही नहीं विरोध करने पर आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान एक गोली रोहित और दूसरी गोली गुलजार नामक कर्मचारियों को लगी. फायरिंग करते हुए चारों आरोपी मौके से फरार हो गए. पीड़ित के मुताबिक गोली चलाने वालों में उनके अपने सगे भांजे रोहित और हिमांशु भी शामिल थे. पुलिस ने इसे आपसी रंजिश माना था.