सोशल मीडिया पर बदली ये चीजें, फेसबुक से लेकर गूगल तक ने किए हैं बदलाव

सोशल मीडिया पर बदली ये चीजें, फेसबुक से लेकर गूगल तक ने किए हैं बदलाव

इंटरनेट के जमाने में सोशल मीडिया इतना शक्तिशाली होता जा रहा है जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। सोशल मीडिया के उभरने के साथ मीडिया जगत में बहुत बदलाव आया है। सोशल मीडिया के साथ जनता की आंख और कान हर जगह पर रहने लगे हैं। वे कुछ टीवी चैनलों के कैमरा टीम तक सीमित नहीं हैं। सोशल मीडिया एक ऐसा मंच है जहां जनता की खरी राय सामने आती है और जिसे आसानी से मरोड़ा नहीं जा सकता है। यह समाज की नब्ज को दर्शाता है।सोशल मीडिया पर बदली ये चीजें, फेसबुक से लेकर गूगल तक ने किए हैं बदलाव

यहां तक कि पारंपरिक मीडिया चैनल और अखबार भी अब सोशल मीडिया में चल रहे ट्रेंड्स पर नजर रखने लगे हैं। लोगों को साथ जोड़ने की इस क्षमता की वजह से सोशल मीडिया सामाजिक बदलाव लाने का एक बहुत महत्वपूर्ण उपकरण हो सकता है। हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से आयोजित कई सफल आंदोलन देखे हैं जिनका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। स्पष्ट रूप से परिवर्तन का दौर आ चुका है। भारत युवाओं का राष्ट्र है जो कि इस परिवर्तन में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है जो उन्हें जोड़ता है और उन्हें एक आवाज देता है। इस आवाज का जोर बढ़ रहा है। इसके साथ ही साथ सोशल मीडिया की ताकत को देखते हुए इसमें आए दिन परिवर्तन भी देखने को मिल रहे हैं। हम इन्ही परिवर्तनों के बारे में बात करेंगे।

मीडिया की बदलती दुनिया और भूमिका को ध्यान में रखते हुए दैनिक जागरण की मोबाइल साइट को लॉन्च किया गया और वेबसाइट में परिवर्तन किया गया। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मोबाइल हमारे जीवन का अहम हिस्सा हो गया है। शॉपिंग करना हो या पर्सनल एंटरनेटमेंट या फिर देश-दुनिया की खबरों से रू-ब-रू होना हो। ऐसी ही हमारी कई जरूरतों को मोबाइल पूरी करता है। शायद यही कारण है कि एक रिसर्च के अनुसार हम 10 मिनट में कम से कम एक बार मोबाइल का इस्तेमाल जरूर करते हैं। आपकी और हमारी इन्हीं आदतों को ध्यान में रखते हुए हाल ही में दैनिक जागरण ने अपनी मोबाइल साइट m.jagran.com को आकर्षक डिजाइन, लोकल खबरों, आकर्षक वीडियोज, पर्सनलाइजेशन, रेलेवेंट और ट्रेंडिंग न्यूज के साथ लॉन्च किया था। कुल मिलाकर अब m.jagran.com ‘जो आप चाहें, वही खबर पाएं’ के सिद्धांत पर आधारित है। दैनिक जागरण ने ये कदम लोकल खबरों को ध्यान में रखते हुए उठाया था। जो अब ट्रेंड बन गया है। आइए जानते हैं कैसे?

गूगल ने लॉन्च किया बुलेटिन एप

इसी तरह गूगल ने भी लोकल खबरों में अपनी जगह बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। गूगल ने लोकल न्यूज में पकड़ बनाने के लिए एक नया एप लॉन्च कर दिया है जिसका नाम है बुलेटिन। इस एप के जरिए कोई भी शख्स अपने इलाके की खबर को पोस्ट कर पाएगा। इस एप के सहारे लोग अपने इलाके की खबर, फोटो और वीडियो या कोई संदेश इसमें पोस्ट कर सकता है। इतना ही नहीं पोस्ट की गई खबरों को गूगल पर भी तवज्जो दी जाएगी। खबरें तो ये भी हैं कि इस एप के जरिए से गूगल सोशल मीडिया का किंग कहे जाने वाले फेसबुक को सीधी टक्कर देने की तैयारी में है। कहने का मतलब ये है कि पहले लोगों के पास अपनी जानकारी देने के लिए सिर्फ फेसबुक ही एक जरिया हुआ करता था, लेकिन इस एप के आने के बाद उन्हें दूसरा प्लेटफॉर्म भी मिल गया है। हालांकि गूगल ने इस एप को अभी भारत में लॉन्च नहीं किया है लेकिन भारत जैसे बाजार को गूगल नजरंदाज नहीं कर सकता है। कहा जा रहा है कि जल्द ही गूगल इस एप को भारत में भी लॉन्च करने की तैयारी में है।

फेसबुक भी करने जा रहा है इसी तरह का बदलाव

आए दिन फेक न्यूज से होने वाले बवाल से बचने के लिए हाल ही में फेसबुक ने अपने न्यूज फीड में बदलाव करने की घोषणा की। इसके साथ ही फेसबुक भी लोकल न्यूज को तवज्जो देने की जुगत में लग गया है। फेसबुक इस वक्त आपकी टाइमलाइन में दिखने वाली न्यूज फीड पर काम कर रहा है। अब जल्द ही आपको अपने न्यूज फीड में लोकल खबरें भी दिखनी शुरू हो जाएंगी। फेसबुक ने इसके बारे में बताया कि जल्द ही यूजर्स के टाइमलाइन में बहुत सारे बदलाव देखेने को मिलेगें जिनमें से एक उनकी टाइमलाइन में लोकल खबरों को ज्यादा से ज्यादा दिखना होगा।

बीते कुछ दिनों में फेसबुक पर गलत खबरों को लेकर प्रचार किए जाने को लेकर इसकी दुनिया भर में आलोचना हुई थी। जिसके बाद से ही फेसबुक अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज को रोकने के काम में लगा हुआ है। इस काम के लिए फेसबुक अपने कुछ चुनिंदा और भरोसेमंद यूजर्स की सहायता ले रहा है। न्यूज फीड फेसबुक के लिए वो सोर्स है जिसके जरिए उसने 2 अरब लोगों तक अपनी पहुंच बनाई है। न्यूज फीड में बदलाव को लेकर फेसबुक का कहना है कि वो अब से फ्रेंड्स और फैमिली द्वारा शेयर किए गए कन्टेंट को ज्यादा तवज्जो देगा नाकि पब्लिशर या किसी ब्रांड द्वारा शेयर किए गए कन्टेंट को।

अगर ऐसा होता है तो इससे फेसबुक को काफी नुकसान भी होगा। इससे फेसबुक पर टाइम स्पेंड कम होगा। पिछले साल भी फेसबुक ने बिना घोषणा करते हुए कुछ बदलाव किए थे जिसकी वजह से ट्रैफिक में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। तो वहीं साल 2014 में भी बदलाव किया था अब ये तीसरी बार फेसबुक अपने पेज में बदलाव करने जा रहा है।

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