आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में मंगलवार को सबसे रोमांचक मुकाबले खेला जाने वाला है। टीम इंडिया और पाकिस्तान के बीच न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में सेमीफाइनल की भिड़ंत होगी। पृथ्वी शॉ के नेतृत्व वाली टीम इंडिया का मुकाबला हसन खान की कप्तानी वाली पाकिस्तान से होगा।इस नॉकआउट मैच से पहले, हम आपको भारतीय अंडर-19 और पाकिस्तान अंडर-19 टीम के पिछले पांच रोमांचक मुकाबलों के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिए गौर करते हैं:
सुपरलीग, 1998, डरबन- भारतीय अंडर-19 टीम ने 5 विकेट से जीता मैच
अमित भंडारी (49/4) और रितेंदर सिंह सोढ़ी (14/3) की बेहतरीन पारी की बदौलत टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 46 ओवर में 188 रन पर ढेर कर दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। राजशेखर शानबल (0), सोढ़ी (5) और वीरेंद्र सहवाग (0) सस्ते में पवेलियन लौटे। मगर लक्ष्मी रतन शुक्ला (25), कप्तान अमित पगनिस (52), मोहम्मद कैफ (53*) और अरविंद सोलंकी (34*) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को 59 गेंदें शेष रहते पांच विकेट से जीत दिलाई।
सुपर लीग, 2002, लिंकन, पाकिस्तान अंडर-19 टीम ने दो विकेट से जीता मैच
वेस्टइंडीज और नेपाल से शिकस्त झेलकर पाकिस्तान की टीम नॉकआउट से बाहर हो चुकी थी। मगर टीम इंडिया को मात देकर वह टूर्नामेंट से बाहर हुई। टीम इंडिया के कप्तान पार्थिव पटेल का बल्ले से प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में अच्छा नहीं रहा। टीम इंडिया 181 रन पर ऑलआउट हुई।
इसके बाद टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पाकिस्तान की शुरुआत जरूर बिगाड़ी, लेकिन पाक कप्तान सलमान बट ने मैच का रुख बदल दिया। बट ने 130 गेंदों में 85 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
सेमीफाइनल, 2004, ढाका- पाकिस्तान ने 5 विकेट से जीता
पाकिस्तान के गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दिनेश कार्तिक के नेतृत्व वाली भारतीय अंडर-19 टीम को सिर्फ 169 रन पर ऑलआउट कर दिया। पाकिस्तान को भी नियमित अंतराल में झटके जरूर लगे, लेकिन तारिक महमूद (45*) और फवाद आलम (43*) ने उम्दा पारियां खेलकर पाक को फाइनल में पहुंचाया। इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ही चैंपियन बना था।
फाइनल, 2006, कोलंबो- पाकिस्तान ने 38 रन से जीता मैच
पाकिस्तान ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करके वर्ल्ड कप दोबारा हासिल किया। टीम इंडिया के स्पिनरों पियूष चावला (8/4) और रविंद्र जडेजा (16/3) ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान को 109 रन पर सीमित कर दिया। मगर टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने काफी निराश किया और पूरी टीम सिर्फ 74 रन पर सिमट गई। अनवर अली ने 35 रन देकर पांच विकेट चटकाए और पाक को वर्ल्ड चैंपियन बनाया।
चौथा क्वार्टरफाइनल, 2010, लिंकन- पाक की दो विकेट से जीत
सांसे थाम देने वाले इस मैच में पाकिस्तान ने केएल राहुल, मयंक अगरवाल, मंदीप सिंह, संदीप शर्मा और जयदेव उनाडकट जैसे स्टार खिलाड़ियों वाली टीम इंडिया को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। मंदीप सिंह (40 रन) के अलावा कोई भारतीय बल्लेबाज प्रभाव नहीं दिखा सका और वर्षाबाधित क्वार्टरफाइनल में टीम इंडिया 23 ओवर में 9 विकेट खोकर 114 रन बना सकी।
हालांकि, पाकिस्तान की शुरुआत भी खराब रही और फिर एक समय उसकी स्थिति 105/7 बदतर भी हुई। मगर हम्माद अज़म ने 13 गेंदों में 21 रन की पारी खेलकर पाक को रोमांचक मैच में दो विकेट से जीत दिलाई।
तीसरा क्वार्टरफाइनल, 2012, टाउंसविले- भारत एक विकेट से जीता
दो साल के बाद टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए नजदीकी मुकाबले में पाक को मात दी। संदीप शर्मा (24/3) और रविकांत सिंह (43/3) की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत उन्मुक्त चंद के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने पाक को 136 रन पर ऑलआउट कर दिया। इस मैच में गजब के ट्विस्ट देखने को मिले।
बाबा अपराजित (51) और विजय जोल (36) ने उम्दा पारियां खेली और एक समय टीम इंडिया का स्कोर 74/4 था। मगर गेंदबाजों ने पाक की जोरदार वापसी कराई और टीम इंडिया का स्कोर 127/9 कर दिया। फिर हरमीत सिंह और संदीप ने डटकर पाक गेंदबाजों का मुकाबला किया और एक गेंद शेष रहते टीम इंडिया को एक विकेट की रोमांचक जीत दिलाई।
7वां मैच, 2014, दुबई- भारत 40 रन से जीता
विजय जोल के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने आराम से पाकिस्तान को मात दी। संजू सैमसन और सरफराज खान ने अर्धशतकीय पारियां खेलकर भारत को 262/7 के स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद दीपक हूडा (41/5) ने पाक को 222 रन पर समेटकर टीम इंडिया को 40 रन की जीत दिलाई।