चीन में योग पहले से दूसरे रूप में विद्यमान था पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद वहां लोगों ने इसे आत्मसात कर लिया है। चीन के पूर्व समाज कल्याण मंत्री यिंग मिंग चान ने सोमवार को इंडिया-चीन कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत व चीन के बीच यदि सामंजस्य व मधुर संबंध बने तो दोनों देश विश्व में महाशक्ति के रूप में स्थापित हो सकते हैं। भारत और चीन पड़ोसी देश हैं। दोनों के बीच पुराना सांस्कृतिक संबंध रहा है। वर्तमान परिवेश में व्यापार के माध्यम से इसे बढ़ाया जा सकता है। वे चाहते हैं कि भारत और चीन नजदीक आए। कार्यक्रम में 17 सदस्यीय चीनी शिष्टमंडल उपस्थित था।
यिंग मिंग चान ने कहा कि चीन में श्रम शक्ति के बूते अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हुई है। अगले वर्ष बुद्धभूमि बोधगया में एक वृहद सांस्कृतिक संगम आयोजित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में योग का नया अध्याय शुरू किया।
हालांकि चीन में योग पहले से था, लेकिन मोदी की पहल के बाद योग को वहां के लोगों ने आत्मसात किया है। इससे दोनों देशों को करीब आने का अवसर मिला है। वहीं मगध विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. पीके चौधरी ने कहा कि पड़ोसी के सहयोग के बिना कोई देश आगे नहीं बढ़ सकता।