लोगों को घूमने के लिए अकसर ऐसी जगहें पंसद होती हैं जहाँ खूबसूरत पहाड़, झीलें, हरियाली और समुद्र हो. ये सभी जगहे अपनी अपनी खासियतों के लिए जानती जाती हैं. इन जगहों पर आपको नेचर के खूबसूरत नज़ारे नज़दीक से देखने को मिलते हैं. और यही कारण है की हर कोई ऐसी जगहों पर जाना चाहते हैं. पर आज हम आपको दो ऐसे महासागरों के बारे में बताने जा रहे है जो दूर से बहते हुए आकर एक साथ मिलते है पर फिर भी इनका पानी आपस में नहीं मिलता है. आप दूर से ही इसे देख कर बता सकते है की कौन सा पानी कौन से महासागर का है .इस अद्भुत नज़ारे को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते है.
हम बात कर रहे हैं हिंद महासागर और प्रशांत महासागर की. ये दोनों ही महासागर ऐसे हैं जिनकी सीमा एक साथ नहीं मिलती है. और मिलने के बाद भी इनका पानी अलग-अलग ही दिखाई देता है. एक महासागर का पानी हल्का नीला और दूसरे महासागर का पानी गहरा नीला है. जब ये दोनों महासागर आपस में मिलते है तो इनके बीच में झाग की एक दिवार सी बन जाती है. जो दूर खड़े लोगों को जब ये महासागर मिलते हैं तो दो रंगों का पानी और झाग की दीवार किसी अजूबे से कम नहीं लगती.