पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक बार फिर आग लग गई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार बढ़ रही कच्चे तेल की कीमतों ने देश में डीजल को एक नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दिया है. करीब 43 महीनों बाद देश में डीजल 65 रुपये के पार पहुंच गया है. मुंबई में शुक्रवार को एक लीटर डीजल के लिए लोगों को 65.10 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं.
दिल्ली में रिकॉर्ड स्तर पर कीमतें
दिल्ली में भी डीजल ने एक नया रिकॉर्ड बना लिया है. यहां डीजल 61.15 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है. मुंबई में 43 महीने पहले जून 2014 में 65.84 रुपये प्रति लीटर डीजल बिका था. पेट्रोल के दाम भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शुक्रवार को मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 78.62 रुपये में बिक रहा है.
कोलकाता और चेन्नई में भी कीमतें आसमान पर
दिल्ली-मुंबई की तरह ही कोलकाता और चेन्नई में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं. कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल जहां 73.47 रुपये में बिक रहा है. वहीं, चेन्नई में 73.33 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. यहां भी कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं.
कच्चे तेल की कीमतें जिम्मेदार
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे के लिए कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें जिम्मेदार हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसकी वजह से घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. इसकी वजह से हर रोज आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है.
जीएसटी एकमात्र रास्ता
केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतों से राहत देने के लिए एक्साइट ड्यूटी में कटौती कर चुकी है. लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से ये छूट बेअसर साबित हो रही है. ऐसे में जीएसटी एकमात्र रास्ता नजर आ रहा है.
जीएसटी काउंसिल अगले हफ्ते बैठक करने वाली है. इस बैठक में पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लेने की मांग एकबार फिर बुलंद हो सकती है. हालांकि जब तक सभी राज्यों की सहमति नहीं होगी, तब तक काउंसिल के लिए इसे जीएसटी के तहत लाना आसान नहीं होगा.