भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को आगामी 19 मई को सेवानिवृत्त हो रहे न्यायाधीश एएस बोपन्ना को विदाई दी। इस दौरान जस्टिस बोपन्ना ने कहा कि देश की शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में करियर के अंत होना मेरे लिए काफी संतोषजनक है। सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि उनके लिए हर दिन एक नया दिन और अनुभव था।
भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को आगामी 19 मई को सेवानिवृत्त हो रहे न्यायाधीश एएस बोपन्ना को विदाई दी। इस दौरान उन्होंने निवर्तमान न्यायाधीश की न्याय की प्रमाणिक भावना, समयबद्धता और सहानुभूति की सराहना की। जस्टिस बोपन्ना को गत 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था।
जस्टिस बोपन्ना ने लिखे 90 से अधिक फैसलेः CJI
ग्रीष्म अवकाश के लिए बंद होने से पहले शीर्ष अदालत के आखिरी कार्यदिवस पर आयोजित विदाई समारोह में सीजेआई ने कहा कि अपने पांच साल के कार्यकाल में जस्टिस बोपन्ना ने सेवा से संपत्ति और नागरिक कानून के 90 से अधिक फैसले लिखे और उनका कार्यकाल ईमानदारी और कानून के शासन के प्रति अटूट समर्पण की मिसाल रहा। मेरी नजर में जस्टिस बोपन्ना राहुल द्रविड़ के समान हैं।
हर दिन था एक नया अनुभव- जस्टिस बोपन्ना
उन्होंने कहा कि बेंच और बाहर उनसे बातचीत के दौरान मैं निष्पक्षता और सहानुभूति में संतुलन बनाए रखने की उनकी क्षमता से आश्चर्यचकित हूं। इस दौरान जस्टिस बोपन्ना ने कहा कि देश की शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में करियर के अंत होना मेरे लिए काफी संतोषजनक है। सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि उनके लिए हर दिन एक नया दिन और अनुभव था।