केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मुश्किलें बढ़ गई हैं. संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी के करोडों रुपये के घोटाले मामले में न्यायलय के आदेश के बाद एसओजी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से पूछताछ करेगी.
इस मामले में कोर्ट ने गजेंद्र सिंह से भी अनुसंधान के आदेश दिए हैं. एसओजी गजेंद्र सिंह शेखावत,उनकी पत्नी और उनके सहयोगी से पूछताछ करेगी.
बाड़मेर निवासी गुमनाम सिंह और लाबू सिंह के अनुरोध पर कोर्ट ने संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के 824 करोड़ के घोटाले में इन सभी लोगों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
शिकायतकर्ता के मुताबिक उन्होंने संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी में लाखों रुपये जमा कराए थे और सोसाइटी ने सारे पैसे गजेंद्र सिंह शेखावत और उनके सहयोगियों की कंपनियों में लगाया था. इस बीच सोसाइटी करोड़ों रुपये के घोटाले में फंस गई.
शिकायतकर्ता के वकील ने बताया कि हमारे मुवक्किल ने पोस्टर और रिकॉर्ड देखकर इसस सोसाइटी में पैसे लगाए थे. इस सोसाइटी का गजेंद्र सिंह शेखावत की कंपनियों से घनिष्ठ संबंध थे.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री पर राजस्थान में गहलोत सरकार गिराने के आरोप भी लगे थे. जिसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि ऑडियो क्लिप में मेरी आवाज नहीं है. मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक ऑडियो फेक है. उन्होंने कहा कि मैं मारवाड़ की भाषा बोलता हूं जबकि ऑडियो टेप में झुंझुनू टच है. ऑडियो जोड़-तोड़ कर भी तैयार किया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मैं कई संजय जैन को जानता हूं, इसलिए मुझे बताया जाए कि कौन सा संजय जैन है और उन्होंने मेरे किस मोबाइल नंबर पर बात कराई है.