तीन राज्यों में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपने लोकसभा चुनाव की रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. पार्टी सूत्रों की मानें तो आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी 75 साल से ज्यादा उम्र के चुनाव जीतने वाले नेताओं को टिकट दे सकती है, लेकिन इन्हें न तो मंत्री बनाया जाएगा और न ही पार्टी में कोई पद दिया जाएगा.
दरअसल, 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी 75+ नेताओं को न तो मंत्री बनाने और न ही उन्हें पार्टी में कोई पद देने का निर्णय लिया गया था. इसके तहत लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के अलावा 75 साल से अधिक के नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई, जिनमें शांता कुमार, बीसी खंडूरी, हुकुम देव यादव, कारिया मुंडा, बिजया चक्रवर्ती शामिल हैं. मोदी सरकार में 75 की उम्र पूरी होने पर कलराज मिश्रा, नजमा हेपतुल्ला को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था. साथ ही 2019 के चुनाव में 75+ नेताओं को टिकट न देने पर भी विचार किया जा रहा था, लेकिन बीजेपी अब इस फैसले को अम्ल में नहीं ला सकती है.
राजस्थान में 75+ नेताओं का उम्दा परफॉर्मेंस
अब देखना हैं सिर्फ़ 75 साल से ज़्यादा उम्र के नेताओ को टिकट देती हैं तो बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल के नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को 2019 के चुनाव में टिकट मिलेगा या नहीं.