अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रा को महाराष्ट्र सरकार से 7 हजार करोड़ रुपये का ठेका मिला है. रिलायंस इंफ्रा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी को यह ठेका मुंबई में महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमएसआरडीसी) से वरसोवा-बांद्रा सीलिंक प्रोजेक्ट के लिए मिला है. करीब 17.17 किलोमीटर का यह प्रोजेक्ट रिलायंस इंफ्रा को 60 माह में पूरा करना होगा.
कंपनी का कहना है कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद वरसोवा-बांद्रा सीलिंक से यात्रा का समय 90 मिनट से घटकर 10 मिनट रह जाएगा. यह बांद्रा-वर्ली सीलिंक से तीन गुना अधिक लंबी परियोजना है. बता दें कि बांद्रा-वर्ली सीलिंक की लंबाई 5.6 किलोमीटर है. रिलायंस इंफ्रा के सीईओ पुनीत गर्ग ने कहा, ” यह परियोजना भारत में रिलायंस इंफ्रा को आगे बढ़ाएगी. हमने इसके लिए अस्ताल्दी S.p.A के साथ साझेदारी की है. यह ब्रिज कंस्ट्रक्शन के मामले में दुनिया की तीसरी बड़ी कंपनी है. ”
गुजरात में भी मिला था ठेका
इससे पहले मार्च महीने में रिलायंस इंफ्रा को गुजरात के राजकोट के हीरासर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने का एक ठेका मिला था. इस पर 648 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है. रिलायंस इंफ्रा को 30 महीने के भीतर एयरपोर्ट के इस प्रोजेक्ट को पूरा करना होगा. नए एयरपोर्ट का निर्माण अहमदाबाद और राजकोट को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 8बी के नजदीक हो रहा है. यह मौजूदा राजकोट एयरपोर्ट से 36 किलोमीटर दूर है.
रिलायंस ग्रुप पर 1 लाख करोड़ का कर्ज
बता दें कि अनिल अंबानी की रिलायंस ग्रुप की अलग- अलग कंपनियों पर करीब 1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. मार्च 2018 के आंकड़ों के मुताबिक रिलायंस ग्रुप के रिलायंस कैपिटल पर 46, 400 करोड़ रुपये का कर्ज है. जबकि आरकॉम 47 हजार 234 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी है. इसी तरह रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस इंफ्रा के कुल कर्ज 36 हजार करोड़ रुपये हैं. इसके अलावा रिलायंस पावर पर 31 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है.