उप्र न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) यानी पीसीएस-जे परीक्षा 2018 में गोंडा की आकांक्षा तिवारी ने टॉप किया है। उप्र लोकसेवा आयोग ने परिणाम जारी कर दिया है। तीन चरणों के इम्तिहान के बाद 610 अभ्यर्थियों को चयनित किया है। परीक्षा में नैनीताल के हरिहर गुप्ता को दूसरा, आजमगढ़ के प्रतीक त्रिपाठी को तीसरा, गाजियाबाद की एकाग्रता सिंह को चौथा व गोंडा के ही गंधर्व पटेल को पांचवां स्थान मिला है।
दिसंबर में प्री व जनवरी में हुआ था मेंस
पीसीएस-जे के लिए ऑनलाइन आवेदन लेने के बाद यूपीपीएससी ने 16 दिसंबर को प्रारंभिक परीक्षा कराई थी। परीक्षा के लिए 64691 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, उनमें से 38209 प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुए थे। प्री का परिणाम पांच जनवरी 2019 को घोषित हुआ उसमें 6041 अभ्यर्थी सफल हुए थे। मुख्य परीक्षा 30, 31 जनवरी व एक फरवरी को प्रयागराज व लखनऊ में हुई थी। इस इम्तिहान में 5795 अभ्यर्थी शामिल हुए। मुख्य परीक्षा का परिणाम 13 जून को घोषित हुआ, उसमें 1847 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए सफल हुए थे।
भर्ती कोर्ट के निर्णय के अधीन
भर्ती का साक्षात्कार 21 जून से 17 जुलाई तक कराया गया। इसमें 1823 अभ्यर्थी उपस्थित हुए, जबकि 24 इंटरव्यू देने नहीं पहुंचे। यह भर्ती दिव्यांगजन के आरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल भारत संघ बनाम राष्ट्रीय दृष्टिबाधित संघ व अन्य में पारित आदेश आठ अक्टूबर 2013 के अंतर्गत हाईकोर्ट इलाहाबाद की ओर से लिए गए निर्णय के अधीन है।
प्राप्तांक व श्रेणीवार कटऑफ जल्द
सचिव ने बताया कि परीक्षा के प्राप्तांक व श्रेणीवार कटऑफ अंक की सूचना शीघ्र ही आयोग की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाएगी। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्रार्थना पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे और न ही उन पर विचार होगा। जिन अभ्यर्थियों के सम्मुख प्रोविजनल अंकित है वे साक्षात्कार परिषद की ओर से दिए गए समय के अंदर वांछित अभिलेख अवश्य प्रस्तुत कर दें, अन्यथा उनका चयन निरस्त हो जाएगा।