उत्तर प्रदेश सरकार का ‘मिशन रोजगार’ जागरुकता महाअभियान रविवार से प्रारंभ हो रहा है। यह अभियान प्रदेश के सभी 75 जिलों में चलेगा। इस अभियान के तहत सरकार की महत्वपूर्ण योजना ‘मिशन रोजगार’ के बारे में जागरुकता का प्रसार किया जायेगा। ‘मिशन रोजगार’ के तहत प्रदेश सरकार का लक्ष्य रोजगार, स्वरोजगार और कौशल विकास के जरिये चालू वित्तीय वर्ष में 50 लाख लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद से ही युवाओं को रोजगार देने पर विशेष ध्यान दिया है। पिछले दिनों शुरू किए गए ‘मिशन रोजगार’ के तहत सरकारी विभागों में खाली पदों को भरने के साथ-साथ रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। युवाओं की दक्षता में वृद्धि के लिए कौशल विकास के कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। अपना रोजगार स्थापित करने के इच्छुक युवाओं को आसान ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
महाअभियान के अंतर्गत प्रदेश में उपलब्ध रोजगार, स्वरोजगार और कौशल विकास के अवसरों की जानकारी दी जायेगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में प्रशासन के साथ मिलकर ‘मिशन रोजगार’ सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। सभी जिला मुख्यालयों पर विशेषज्ञों द्वारा युवाओं के लिए ऑनलाइन कॅरिअर काउंसिलिंग का आयोजन किया जायेगा, ताकि वे अपनी दक्षता और योग्यता के अनुरूप अवसरों का लाभ उठा सकें।
सरकार द्वारा चलाई जा रही रोजगार, स्वरोजगार और कौशल विकास की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नुक्कड़ नाटकों का आयोजन भी किया जायेगा। साथ ही, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय द्वारा उद्यमियों के साथ मिलकर आयोजित किये जाने वाले रोजगार मेले के प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा
इस जागरुकता महाभियान के अंतिम चरण में ‘मिशन रोजगार’ समिट का आयोजन लखनऊ में किया जायेगा। इस समिट में मंत्री, उद्यमी, विशेषज्ञ और संबंधित सरकारी विभागों के अधिकारी विशेष रूप से हिस्सा लेंगे।