मौजूदा मतदाताओं की संख्या के आधार पर एक बूथ पर औसतन 1115 लोग मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। राजधानी में कुल 2627 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें ऐसे 50 केंद्र हैं जहां पर मतदान बूथ और मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है।
राजधानी में एक बूथ पर 1500 लोगों के लिए मतदान करने व्यवस्था है। मौजूदा मतदाताओं की संख्या के आधार पर एक बूथ पर औसतन 1115 लोग मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। राजधानी में कुल 2627 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें ऐसे 50 केंद्र हैं जहां पर मतदान बूथ और मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है।
निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इन केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधाओं के लिए विशेष तौर पर निगरानी की जाएगी। इसके लिए अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की गई है। अधिकारियों का कहा गया है कि मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। 50 मतदान केंद्रों में प्रत्येक पर 15000 से 25000 हजार तक मतदाता हैं। ऐसे में हर केंद्र पर 10 से 20 मतदान बूथ बनाए गए हैं।
वहीं, पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले राजधानी में मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी बढ़ने के बावजूद मतदान केंद्रों की संख्या कम की गई है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले वर्ष 2019 में 1809 मतदान केंद्र बढ़ाए गए थे। इसका कारण यह था कि वर्ष 2014 के मुकाबले पिछले चुनाव में दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 16 लाख से अधिक बढ़ी थी। इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले 8.74 लाख मतदाता बढ़े हैं, लेकिन केंद्रों की संख्या बढ़ाने की जगह 182 केंद्र कम कर दिए गए हैं। वर्ष 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली में 13,751 मतदान केंद्र थे। इसके मुकाबले भी इस बार लोकसभा चुनाव में 114 मतदान केंद्र कम कर दिए गए हैं।
50 मतदान केंद्रों पर बूथ और मतदाता
- लोकसभा क्षेत्र—मतदान केंद्र—- बूथ—मतदाता
- उत्तर पूर्वी दिल्ली—–09——134—164653
- पश्चिमी दिल्ली——09—–131—-165459
- दक्षिणी दिल्ली——-12—172——221339
- पूर्वी दिल्ली———08—108—144980
- चांदनी चौक——–04—–67——72419
- नई दिल्ली———04—58—–65803
- उत्तर पश्चिम ——04—58—65828