देश में अब लोग कम उम्र में रिटायर होकर बाद में किसी अस्थाई काम को करना पसंद करने लगे हैं। 54 फीसद भारतीय कम उम्र में रिटायर होकर किसी दूसरे पार्ट टाइम काम में शामिल होना चाहते हैं, जबकि दुनियाभर में 56 फीसद लोगों को जल्द रिटायर होकर कोई अस्थाई काम हासिल करना पसंद है। एचएसबीसी की ‘फ्यूचर ऑफ रिटायरमेंट ब्रिजिंग द गैप’ रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है।
रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि भारत में सिर्फ एक तिहाई लोग नियमित तौर पर रिटायरमेंट के लिए बचत करते हैं। एचएसबीसी इंडिया में रिटेल बैंकिंग और वेल्थ मैनेजमेंट के हेड एस रामकृष्णमन के मुताबिक 65 साल की उम्र में लोगों की जरूरतें अलग होती हैं, जबकि 75 या 85 साल की उम्र में जाकर यह बदल जाती हैं।
जानकारी के मुताबिक एचएसबीसी की रिपोर्ट को तैयार करने के लिए 16 देशों में 16,000 वयस्कों की राय ली गई। इसमें ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, कनाडा, चीन, मलेशिया, मेक्सिको, फ्रांस, हांगकांग, इंडिया, इंडोनेशिया, तुर्की, यूएई, ब्रिटेन और अमेरिका के लोग शामिल हुए। इसके लिए Ipsos की ओर से ऑनलाइन रिसर्च की गई।