देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मंगवार को अपने पूर्व सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) के ग्राहकों को कहा कि अपनी नई चेकबुक के लिए 31 मार्च तक अप्लाई करें. बता दें कि इन बैंकों का पिछले साल एसबीआई में मर्जर हुआ हुआ था. इनमें 5 एसोशिएट और एमबीएम का मर्जर पिछले साल अप्रैल से लागू हो गया था. एसबीआई ने बाद में इन बैंकों के कस्टमर्स को नई चेक बुक के लिए कहा था. हालांकि, पहले इसकी डेडलाइन 30 सितंबर थी, जिसे 31 दिसंबर 2017 तक बढ़ाया गया था. एसबीआई ने मर्जर किए गए बैंकों के ग्राहकों से अब कहा है कि वे 31 मार्च 2018 तक नई चेक बुक के लिए अप्लाई करें. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडलर पर कहा है कि एसोसिएट बैंक और बीएमबी की चेक बुक 31 मार्च के बाद वैध नहीं होंगी. एसबीआई ने कहा है, अभी अप्लाई करो और असुविधा से बचो, बैंक ने कहा कि ग्राहक नई चेक बुक के लिए इंटरनेट बैंकिंग के जरिए onlineSBI.com, मोबाइल बैंकिंग या एटीएम, एसबीआई की शाखाओं में जाकर अप्लाई कर सकते हैं.
एसबीआई पांच एसोसिएट बैंक और बीएमबी के मर्जर से दुनिया के टॉप 50 बैंकों में शुमार हो गया है. एसबीआई के 5 पूर्व एसोशिएट बैंक हैं. इनमें स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM), स्टेट बैंक ऑफ त्रावनकोर (SBT), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH) हैं.
एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, एसबीआई के साथ मर्जर किए गए बैंकों (एसबीएच /एसबीपी/एसबीएम/एसबीटी/एसबीबीजे) का पता:- https://www.onlinesbi.com है. एसोशिएट बैंक के नेटबैंकिंग फीचर्स लगभग एसबीआई की ही तरह है. इन बैंकों के कस्टमर्स को दोबारा मोबाइल नंबर रजिस्टर करने की जरूरत नहीं हैं. ऑनलाइन एसबीआईडॉट कॉम के मुताबिक, अगर थर्ड पार्टी बेनेफिसरज अगर पहले ही जुड़ चुके हैं और आपने अप्रूव किया है तो ये उपलब्ध है तो आपको ईमेल आई ऑनलाइन एसबीआई में दोबारा जोड़ने की जरूरत नहीं है. मर्जर के बाद एसबीआई ने नाम बदलें ओर लगभग 13000 ब्रांचों के आईएफएससी कोड चेंज किए हैं. हालांकि, यहां कस्टमर्स एनईएफटी/ आरटीजीएस में एक चेंज है. सर्विस चार्ज भी एसोसिएट बैंकों के ग्राहकों से एसबीआई के कस्टमर्स की तरह लागू होगा.