29 केंद्रों में 27 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू होगा। 15 दिन के भीतर मूल्यांकन का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मूल्यांकन के लिए हाईस्कूल में 1,993 और इंटरमीडिएट में 1,581 शिक्षकों की डयूटी लगाई गई है।
उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद राज्य के 29 केंद्रों में 27 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू होगा। जो 10 अप्रैल 2024 तक चलेगा, जबकि 30 अप्रैल को बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित होगा। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के काम के लिए 3,574 शिक्षकों की डयूटी लगाई गई है।
शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट के मुताबिक, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए गढ़वाल मंडल में 16 और कुमाऊं मंडल में 13 केंद्र बनाए गए हैं। 15 दिन के भीतर मूल्यांकन का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मूल्यांकन के लिए हाईस्कूल में 1,993 और इंटरमीडिएट में 1,581 शिक्षकों की डयूटी लगाई गई है।
हालांकि, पूर्व में चुनाव आयोग की ओर से जिन मूल्यांकन केंद्रों का अधिग्रहण कर लिया गया था। विभाग की ओर से उनके स्थान पर दूसरे मूल्यांकन केंद्र बना लिए गए हैं। शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट के मुताबिक, हर मूल्यांकन केंद्रों से दो-दो मास्टर ट्रेनर को आज प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें मूल्यांकन के संबंध में निर्देश दिए गए।
उप नियंत्रकों और पर्यवेक्षकों की 22 को ऑनलाइन बैठक
प्रदेश के सभी मूल्यांकन केंद्रों के उप नियंत्रकों एवं पर्यवेक्षकों की 22 मार्च को ऑनलाइन बैठक होगी। शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सभी जिलों के मुख्य नियंत्रक एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी शामिल होंगे।
एक लाख 13 हजार से अधिक कापियों का होगा मूल्यांकन
उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की एक लाख 13 हजार से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है। इसमें हाईस्कूल में 6,90,564 और इंटरमीडिएट में 4,47,696 उत्तर पुस्तिकाएं शामिल हैं।