प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) के साथ एक मीटिंग करने जा रहे हैं। इस मीटिंग के दौरान दोनों नेता वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे। गौरतलब है कि पिछले महीने ही महिंदा राजपक्षे श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री चुने गए हैं।
चौथी बार बने प्रधानमंत्री
श्रीलंका के संसदीय चुनाव में दमदार प्रदर्शन की बदौलत महिंदा राजपक्षे चौथी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को कोलंबो के ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर राजमहा विहाराय में देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी।
महिंदा राजपक्षे ने इस साल जुलाई में 50 साल की संसदीय राजनीति पूरी की है। उन्हें 1970 में 24 साल की उम्र में संसद के सदस्य के रूप में चुना गया था। वह तब से दो बार राष्ट्रपति चुने गए और उन्हें तीन बार प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। महिंदा राजपक्षे ने इससे पहले 2005 से 2015 तक लगभग एक दशक तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
अगस्त में रक्षा संबंधों को मजबूत करने को लेकर दोनों देशों के बीच हुई थी चर्चा
पिछले महीने भारत और श्रीलंका ने अपने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ करने और क्षेत्र की स्थिरता के लिए सुरक्षा चुनौतियों और चिंताओं का संयुक्त रूप से सामना करने की प्रतिबद्धता जताई थी। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने बताया था कि उसके नए रक्षा सलाहकार कैप्टन विकास सूद ने श्रीलंका के रक्षा सचिव मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुनारत्ने से 28 जुलाई, 2020 को मुलाकात की थी। इसके अलावा वह श्रीलंका की सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शिवेंद्र सिल्वा से 27 जुलाई को और श्रीलंका की नौसना के कमांडर वाइस एडमिरल निशांत उलुगेटेने से 29 जुलाई को मिले थे। इन वार्ताओं के दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में परस्पर हित के कई मामलों पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग को और मजबूत करने पर प्रतिबद्धता जताई थी।