ग्लोइंग और क्लियर स्किन की रेमेडी है स्क्रब। लेकिन इसे 25 साल के बाद ही यूज करना शुरू करें। जरूरत से ज्यादा स्क्रब यूज करने पर स्किन डैमेज भी हो सकती है। यही नहीं, स्क्रब को स्किन पर जेंटली न लगाने से भी नुकसान पहुंचता है। जानें इस बारे में कुछ ऐसी बातें, जो आपके कई मिथकों को खत्म कर देंगी और आपको कराएंगी सच्चाई से रूबरू…
स्क्रब का इस्तेमाल 25 साल के बाद ही करना शुरू करें। इससे पहले स्किन पर डेड सेल्स नहीं बनते हैं जिससे स्क्रब लगाने की आपको जरूरत नहीं पड़ती। अगर आप इससे पहले ही स्क्रब लगाना शुरू कर देंगी तो आपकी स्किन रफ हो जाएगी। इससे पहले फेशल तो करवा सकती हैं, लेकिन स्क्रब करना अवॉइड करें।
नॉलेज रखें प्रॉपर
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि स्किन की डलनेस को खत्म करने के लिए स्क्रब फायदेमंद है। स्किन टोन और टेक्सचर को इंप्रूव करने के लिए भी वह इसको लगाना प्रिफर करती हैं। ब्यूटीशन रेखा कहती हैं कि यह सच है कि स्क्रब करने से फेस ग्लो करने लगता है, लेकिन तभी जब आप उसका यूज सही तरह से करें। अगर आधी-अधूरी नॉलेज के साथ इसका यूज करती हैं, तो फेस पर डार्क कलर के स्पॉट्स के साथ स्किन डैमेज हो सकती है।
हफ्ते में 2 बार करना काफी
स्क्रबिंग रेग्युलर न करें। भले ही स्क्रब स्किन को स्मूद बनाती है और इससे स्किन के डेड सेल्स रिमूव हो जाते हैं। लेकिन अगर इस प्रोसेस को बार-बार रिपीट किया जाए तो स्किन डैमेज होना स्टार्ट हो जाती है। फिर नतीजा यह होता है कि कुछ दिनों बाद उसमें पहले जितनी भी शाइनिंग नहीं रहती और रफनेस बढ़ती जाती है। इसलिए हफ्ते में 2 बार स्क्रब करना ही काफी है।
स्किन पर हल्का प्रेशर डालते हुए करें स्क्रब
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि टाइट हाथों से किया गया स्क्रब ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, लेकिन ऐसा करने से स्किन पर रैशेज पड़ने का डर रहता है। ब्यूटी आर्टिस्ट बताती हैं कि स्क्रब हमेशा स्किन पर हल्का प्रेशर डालते हुए करना चाहिए। खासतौर से आंखों और होंठों के आसपास के पार्ट्स पर।
ओपन पोर्स रहते हैं क्लीन
हां, यह सच है। स्क्रब से स्किन के ओपन पोर्स कम होते हैं और डेड स्किन खत्म हो जाती है। यही नहीं, स्क्रब करते रहने से ओपन पोर्स साफ रहते हैं, जिससे स्किन में इंफेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है। इसलिए स्किन एक्सफोलिएशन के लिए यह जरूरी है।
स्क्रब हार्ड नहीं, बारीक लें
स्क्रब मिक्सचर बहुत हार्ड नहीं होना चाहिए। हां, दरदरा हो लेकिन बारीक दरदरा। संतरे के छिलके, पपीते के बीज, खूबानी के बीज आदि से तैयार किया गया स्क्रब बारीक होना बेहद जरूरी है।
स्क्रबिंग के बाद टोनिंग जरूरी
स्क्रबिंग के बाद टोनिंग भी अच्छी तरह से की जानी चाहिए। इससे स्किन ज्यादा शाइनिंग करेगी। टोनिंग के लिए आप पपीता, खीरा, टमाटर का जूस और केले का पल्प भी लगा सकती हैं।
जैसी स्किन, वैसा स्क्रब
आपको स्किन टाइप के मुताबिक ही स्क्रब का सिलेक्शन करने की जरूरत है। ड्राई स्किन पर सीधे स्क्रब अप्लाई न करें। पहले अपने फेस को भिगोएं। फिर स्क्रब की थोड़ी-सी क्वांटिटी लेकर उसमें कुछ बूंदे पानी की मिलाएं। फिर फेस पर अप्लाई करें। ऐसे ही ऑइली स्किन को पहले जरूरत होती है स्पेशल केयर के साथ एक्सफोलिएट करने की।