मार्कंडेय काटजू ने बिना नाम लिए उन लोगों पर हमला बोला है जो वक्त के साथ बदल जाते हैं. उन्होंने राजनीतिक कार्यकर्ताओं और नेताओं पर निशाना साधा. फेसबुक पर एक कहानी के माध्यम से उन्होंने बौना और मामा का उदाहरण देकर समझाया कि कैसे 23 मई के बाद कईयों के मामा बदल जाएंगे