कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को फिर प्रयागराज पहुंच रही हैं। इस दौरान वह फूलपुर में मछुआरों के गांव बसवारा जाएंगे और उन्हें संवाद करेंगी। प्रियंका के आगमन की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रियंका गांधी की सुरक्षा अधिकारी ने शनिवार को एसएसपी से मिलकर सूचना दी और व्यवस्था की रणनीति बनाई। प्रियंका गांधी से मुलाकात के लिए मछुआरा बिरादरी के 70 लोगों की सूची सुरक्षा अधिकारी और पुलिस प्रशासन को सौंपी गई है।
4 फरवरी 2021 को एडीएम प्रशासन विजय शंकर द्विवेदी की अगुवाई में कई थानों की पुलिस जल पुलिस और भारी संख्या में पीएसी बल के साथ मोहब्बत गंज के ठाकुरी का पुरवा में टीम द्वारा छापामारी की गई। अवैध खनन कर रहे लोगों में भगदड़ मच गया। अवैध खनन की जो बालू किनारे डंप था। टीम के लोग अपने साथ ले गए दो जेसीबी मशीन से उसको जमुना नदी में फेंक रहे थे अचानक इकट्ठा हो गए लोगों ने टीम पर हमला कर दिया।
कई पुलिसवालों को चोटे आईं। पुलिस द्वारा भी लाठीचार्ज किया गया जिसमें कई लोग चोटिल हुए कई बोए भी तोड़ी गई। इसके बाद इसी तरह घूरपुर के बसवार गांव में भी अवैध खनन रोकने गई टीम द्वारा खनन कार्य कर रहे लोगों के साथ मारपीट और ड्रा तोड़े जाने की घटनाएं हुईं। बाद में बड़ी संख्या में लोग जुटने लगे तो पुलिस टीम बैकफुट पर आ गई और वापस लौट आई।
अगले दिन निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद अपने दल बल और कुछ भाजपा नेताओं के साथ गांव पहुंचे तो अक्रोशित लोगों ने उनका विरोध किया और बैरंग वापस भेज दिया। बाद में निषाद पार्टी के लोगों ने मामा भांजे पैचब पर चक्का जाम किया कर दोषी पुलिसकर्मियों और अधिकारियो को दंडित करने की मांग की।उसी दिन अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की अगुवाई में बसवार गांव में जनसभा हुई और जुलुस निकाला गया।
अगले दिन इसी तरह से ठाकुरी का पुरवा में जनाब कर लोगों ने मोहब्बत तक जुलुस निकाला। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी और विभिन्न पार्टी के नेताओं का गांव में आना जाना शुरू है। हर कोई अपना खुद को मजदूरों का सच्चा हितैषी बता कर उन्हें न्याय दिलाने की बात कर रहा है। दूसरी ओर नदी में खनन कार्य बंद होने से खनन कार्य पर आश्रित हजारों परिवार को जीवन यापन की मुस्किलें बढ़ गई हैं।
बता दें कि 11 फरवरी मौनी अमावस्या को भी प्रियंका गांधी वाड्रा प्रयागराज पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने संगम में डुबकी लगाई थी और पूजा पाठ किया था। उन्होंने खुद ही ड्रा भी किया और पारमुआरों से बातचीत की थी। साथ ही शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज से आशीर्वाद लिया था। बाद में उन्होंने मनस्केश्वर महादेव का दर्शन पूजन किया था।
एक सप्ताह बाद फिर कांग्रेस महासचिव के आने की सूचना से कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। पार्टी के नेताओं ने आगमन की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि प्रियंका चमुआरा बाहुल्य गांव बसवारा जाते हैं पर क्रीमुआरों से बातचीत कर उनकी समस्या सुन रहे होंगे।