भारत आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस समारोह मना रहा है। इस मौके पर देश और दुनियाभर से भारत को बधाइयां दी जा रही है। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में अपना अपार योगदान देने के लिए व्यक्ति विशेष को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, प्रसिद्ध संगीत निर्देशक प्यारेलाल और प्रसिद्ध मराठी फिल्म निर्माता राजदत्त इस वर्ष प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों के लिए चुनी गई महाराष्ट्र की 12 हस्तियों में शामिल हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में दिया बड़ा योगदान
होर्मूसजी एन कामा (साहित्य और शिक्षा-पत्रकारिता), अश्विनी मेहता (चिकित्सा), राम नाईक (सार्वजनिक मामले), दत्तात्रय अंबादास मयालू उर्फ राजदत्त (कला), प्यारेलाल शर्मा (कला) और कुंदन व्यास (साहित्य और शिक्षा-पत्रकारिता) पद्म भूषण प्राप्त करेंगे।
राज्य से पद्मश्री पुरस्कार पाने वालों में उदय देशपांडे (खेल), मनोहर डोले (चिकित्सा), जहीर काजी (साहित्य और शिक्षा), चन्द्रशेखर मेश्राम (चिकित्सा), कल्पना मोरपारिया (व्यापार और उद्योग) और शंकर बाबा पुंडलिकराव पापलकर (सामाजिक कार्य) हैं।
132 पद्म पुरस्कारों से होंगे सम्मानित
75वें गणतंत्र दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर गुरुवार को गृह मंत्रालय द्वारा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों की घोषणा की गई। राष्ट्रपति ने पांच पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कारों सहित 132 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दे दी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री होंगे सम्मानित
नाइक (89) ने कई वर्षों तक मुंबई उत्तर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है, केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री के रूप में कार्य किया है और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का पद भी संभाला है।
महान संगीतकार प्यारेलाल का स्वर्गीय लक्ष्मीमंत के साथ सात दशकों से अधिक का करियर रहा है और उन्हें धुनों के राजा के रूप में जाना जाता है। वहीं, मराठी फिल्म निर्माता राजदत्त (90) ने छह दशकों में देशभक्ति और सामाजिक मुद्दों पर कई फिल्में बनाई हैं।
होर्मूसजी एन कामा एक वरिष्ठ प्रकाशक हैं और चार दशकों से गुजराती समाचार पत्र ‘बॉम्बे समाचार’ का नेतृत्व कर रहे हैं। राज्य के अन्य पद्म भूषण विजेताओं में, अश्विन मेहता (84) एक प्रतिष्ठित इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट हैं, जिन्होंने भारत में एंजियोग्राफी की शुरुआत की, जबकि अनुभवी पत्रकार कुंदन व्यास पांच दशकों से मीडिया समूह जन्मभूमि का नेतृत्व कर रहे हैं।
1.5 लाख लोगों के आंखों की निशुल्क सर्जरी
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राज्य से पद्मश्री के लिए चुने गए लोगों में उदय देशपांडे भी शामिल हैं, जो एक अनुभवी मल्लखंब कोच हैं, जो विभिन्न समूहों और देशों में खेल को पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। मनोहर डोले (94) एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं, जिन्होंने पूरे ग्रामीण महाराष्ट्र में हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा में बदलाव किया। उन्होंने 1.75 लाख निःशुल्क नेत्र सर्जरी भी की हैं।
जहीर काजी एक शिक्षाविद हैं, जिन्होंने विशेषकर अल्पसंख्यकों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम किया। वह अंजुमन आई इस्लाम और अल्लाना इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष हैं। चन्द्रशेखर मेश्राम एक न्यूरोलॉजिस्ट हैं, जो मस्तिष्क स्वास्थ्य जागरूकता के लिए जाने जाते हैं। उन्हें न्यूरोलॉजिकल शिक्षा और अनुसंधान में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।
कल्पना मोरपारिया (74) बैंकिंग क्षेत्र की एक अनुभवी महिला बिजनेस लीडर हैं, जबकि 81 वर्षीय शंकर बाबा पुंडलिकराव पापलकर अमरावती के एक दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने विकलांग, अनाथ और निराश्रित बच्चों के पुनर्वास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है।