उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण करके मिशन 2022 की तैयारी शुरू कर दी है। एजेंडा विकास है लेकिन निशाना आगामी विधानसभा चुनाव ही है।

यह पहला मौका था, जब 122 करोड़ की लागत वाले 177 विकास कार्यों में स्थानीय स्तर पर जनता, व्यापारियों की भागीदारी सुनिश्चित कराई गई। गोरखपुर शहर, ग्रामीण और सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के 56 स्थानों पर शिलान्यास, लोकार्पण समारोह के सजीव प्रसारण की व्यवस्था हुई। साथ ही परंपरागत लोकनृत्य का इंतजाम किया गया। नजारा बिल्कुल चुनावी रैली या फिर जनसभा जैसा था। हर ओर उल्लास दिखा। यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में होना है।
विकास परियोजनाओं के वर्चुअल शिलान्यास व लोकार्पण को भाजपा ने अच्छा माना है। पार्टी नेताओं का कहना है कि एक साथ 56 स्थानों पर समारोह का सजीव प्रसारण हुआ। हर जगह जनता आई। एक हिसाब से देखा जाए तो करीब 20 हजार लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यदि एक जगह शिलान्यास समारोह रखा जाता तो कोरोना संकटकाल में इतनी संख्या में जनता का आना संभव नहीं था। इस कार्यक्रम के बहाने पार्टी विकास अभियान से जनता को जोड़ने में सफल रही है।
वर्चुअल शिलान्यास को पार्टी ने कम खर्च वाला बताया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जितने खर्च में 56 स्थानों पर कार्यक्रम करा लिए गए, उससे ज्यादा खर्च किसी एक बड़े आयोजन पर हो जाता था। वाटर प्रूफ पंडाल बनता था। बड़ा मंच, एलईडी स्क्रीन, माइक सिस्टम, कुर्सियां, बैरिकेडिंग, सुरक्षा सहित तमाम इंतजाम करने पड़ते थे लेकिन वर्चुअल शिलान्यास में इसकी जरूरत नहीं पड़ी। तकनीकी की मदद से पार्टी जनता के ज्यादा करीब पहुंची है।
चुनावी तैयारी के लिहाज से ही भाजपा ने गोरखपुर क्षेत्र के 286 मंडलों में प्रशिक्षण शिविर लगाने का फैसला किया है। हर शिविर में 100-100 भाजपा नेता, कार्यकर्ता शामिल होंगे। इन सबको केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही कहा जाएगा कि विपक्ष जो भी भ्रम फैलाने की कोशिश करे, उसे नाकाम किया जाए। जनता को सच्चाई बताने का काम करना है।
भाजपा गोरखपुर क्षेत्र से जुड़े जिलों में विधानसभा की 62 सीटें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 44 सीटें जीती थीं। 2022 के चुनाव में पार्टी और अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है। पार्टी का मुख्य फोकस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे के साथ ही विकास है। इसी का नतीजा है कि पूर्वांचल के विकास पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, संतकबीर नगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, बलिया व मऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असहिष्णुता के आरोपों को दरकिनार करके पहली बार आस्था के केंद्रों की भी सुध ली। झारखंडी शिव मंदिर, तरकुलहा देवी, बुढ़िया देवी माई का मंदिर, मुक्तेश्वरनाथ, मानसरोवर मंदिर की जीर्णोद्धार कराया। दो गुरुद्वारों का भी जीर्णोद्धार कराया जा रहा है राजघाट का सुंदरीकरण कराया जा रहा है।
गोरखपुर में एम्स की शुरूआत, बीआरडी मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, इंसेफेलाइटिस की रोकथाम में सफलता, खाद कारखाना का निर्माण, मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन, कालेसर से जंगलकौड़िया फोरलेन, असुरन चौक से महराजंगज फोरलेन, गोरखपुर से देवरिया फोरलेन, गोरखपुर से बड़हलगंज फोरलेन, नौसड़ से पैडलेगंज सिक्स लेन, रामगढ़ ताल का सुंदरीकरण, आईओसी का बाटलिंग प्लांट, चिड़ियाघर का निर्माण, तरकुलानी रेग्युलेटर, पिपराइच के साथ बस्ती की मुंडेरवा चीनी मिल की शुरूआत, बस्ती में मेडिकल कॉलेज का संचालन, देवरिया व सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण सहित अन्य।
भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि भाजपा का संगठनात्मक ढांचा मजबूत है। 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में पार्टी जुटी है। बूथ, मंडल स्तर पर काम चल रहा है। पार्टी का मुख्य एजेंडा देश, प्रदेश का विकास है। लगातार विकास कार्यों का शिलान्यास, लोकार्पण हो रहा है। 2017 से अब तक देखें तो गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल में तेजी से विकास हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुरवासियों को विकास के कई तोहफे दिए हैं। 56 स्थानों पर कार्यक्रम करके इतिहास बनाया गया है। पार्टी विकास की मुहिम से जनता को जोड़ने मेें सफल रही है। इसका फायदा आगामी विधानसभा चुनाव में जरूर मिलेगा।
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