इसरो प्रमुख के सिवन ने बुधवार को अहम जानकारी साझा करते हुए बताया कि चंद्रयान 3 प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। उन्होंने बताया, ‘इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
इसके लिए चार लोगों को चुन लिया गया है। इन चारों को ट्रेनिंग के लिए रूस भेजने की योजना है।’ उन्होंने बताया, ‘हमने चंद्रयान-2 पर अच्छी तरक्की की हालांकि हम लैंडिंग में सफल नहीं हो सके, अभी भी ऑर्बिटर काम कर रहा है। यह अगले सात सालों तक काम करेगा और हमें डाटा उपलब्ध कराएगा।’
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी इस बात की जानकारी दी थी। हालांकि इसके बारे में उन्होंने ज्यादा विवरण नहीं दिया था। उन्होंने बताया कि चंद्रयान 2 की तुलना में कम लागत के साथ चंद्रयान 3 लांच किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने चंद्रयान-2 को ‘निराशाजनक’ बताने की बात को गलत करार दिया। उनके अनुसार, चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला भारत का यह प्रयास असफल नहीं रहा क्योंकि इससे काफी कुछ सीखने को मिला है।
अभी तक किसी भी देश ने पहले प्रयास में मंजिल हासिल नहीं की। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 के अनुभवों और मौजूदा बुनियादी सुविधाएं चंद्रयान -3 के लागत को कम करेगा। हालांकि उन्होंने इस नए मिशन के लिए निश्चित तारीख बताने से इंकार कर दिया।