दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज एक जाना-माना नाम हैं। वह पहले भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में थे और बाद में नौकरी छोड़कर सामाजिक गतिविधियों और फिर राजनीति से जुड़े।
उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए 2006 में रमन मैगसेसे पुरस्कार दिया गया था। 2012 में उन्होंने राजनीतिक दल का गठन किया और जबरदस्त सफलता भी हासिल की।
अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा राज्य के हिसार जिले के सिवानी गांव में हुआ था। वे अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके पिता भी एक इंजीनियर थे। अरविंद का बचपन सोनीपत, मथुरा और हिसार में बीता। केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली और टाटा स्टील में काम किया।
साल 1992 में वह भारतीय राजस्व सेवा में शामिल हुए। 2006 में जब वह आयकर विभाग में संयुक्त आयुक्त थे तब सरकारी नौकरी छोड़ दी।
सूचना का अधिकार कानून बनाने के लिए उन्होंने अरुणा रॉय के साथ सामाजिक आंदोलन चलाया था। 2005 में इसे देशव्यापी कानून बनवाने में मदद की।
बाद में उन्होंने जन लोकपाल बिल के लिए अन्ना हजारे के साथ मिलकर अनशन किया और धरनों, प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। प्रशांत भूषण, शांति भूषण, संतोष हेगड़े और किरण बेदी के साथ मिलकर उन्होंने जन लोकपाल के लिए आंदोलन चलाया।
2012 में आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक दल खड़ा करने का प्रस्ताव रखा। लेकिन अन्ना हजारे और किरण बेदी ने जन लोकपाल के लिए किसी भी पार्टी से जुड़ने से इनकार कर दिया।
इसके बाद केजरीवाल राजनीति में सक्रिय हो गए और 2 अक्टूबर, 2012 को एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया। 24 नवंबर, 2012 को इसे आम आदमी पार्टी का नाम दिया गया।
2013 में आप ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा और अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस की दिग्गज नेता रहीं शीला दीक्षित को हराकर तहलका मचा दिया। आप ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चलाई। केजरीवाल सीएम बने। लेकिन ये साथ ज्यादा नहीं चला।
2015 चुनाव में आप ने प्रचंड बहुमत हासिल किया और अरविंद केजरीवाल दोबारा सीएम बने। 2020 चुनाव में उनकी पार्टी सबसे मजबूत नजर आ रही है।