वर्ल्ड कप जीतना भारत के कोच रवि शास्त्री का ‘जुनून’ है और उनका कहना है कि न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले छह वनडे इस साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप की तैयारी का जरिया रहेंगे. शास्त्री ने दिए इंटरव्यू में विश्व कप की तैयारी, टीम के माहौल और खिलाड़ियों की चोट समेत कई मसलों पर बात की.
भारतीय टीम के न्यूजीलैंड दौरे से पहले दिये गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा ,‘टॉस की बात नहीं करें. हम दुनिया के हर देश में हर हालात और हर टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करेंगे. यही हमारी टीम का लक्ष्य है. विश्व कप जीतना जुनून है और हम उस इच्छा को पूरी करने के लिए सब कुछ करेंगे.’
भारत को न्यूजीलैंड दौरे पर पांच टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट खेलने हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज मार्च में होगी. शास्त्री ने कहा कि इस टीम की खासियत यह है कि सभी एक-दूसरे की सफलता का मजा लेते हैं.
टीम इंडिया के 57 साल के कोच ने कहा ,‘इस टीम में ‘मैं’ शब्द नहीं है , ‘हम’ की बात होती है. हम एक-दूसरे की सफलता का जश्न मनाते हैं. जीत टीम की होती है.’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में 2-1 से मिली जीत भारतीय टीम की ‘मानसिक ताकत’ दिखाती है, जिसने पहले मैच में बुरी तरह हारने के बाद शानदार वापसी की.
शास्त्री ने कहा ,‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हमारी मानसिक ताकत और दबाव में खेलने की क्षमता का सबूत थी. वानखेड़े पर बुरी तरह हारने के बाद हमने वापसी की जिसकी तारीफ की जानी चाहिए.’ उन्होंने कहा ,‘इससे हमारी बहादुरी का पता चलता है और यह साबित होता है कि हम बेखौफ क्रिकेट खेलने से नहीं डरते .’
शास्त्री ने हालांकि यह भी कहा ,‘यह टीम वर्तमान में जीती है. अतीत में जो हुआ, वह इतिहास है. हम उस लय को भविष्य में भी कायम रखना चाहेंगे.’ कप्तान विराट कोहली पहले ही कह चुके हैं कि केएल राहुल से विकेटकीपिंग कराई जा सकती है और शास्त्री ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि टीम में राहुल जैसा बहुमुखी प्रतिभा का धनी खिलाड़ी है.
शिखर धवन के बार में रवि शास्त्री ने कहा ,‘यह दुखद है, क्योंकि वह अनुभवी खिलाड़ी हैं. वह मैच विजेता हैं. इस तरह की चोट लगने पर नुकसान टीम को होता है.’ केदार जाधव की आलोचना को खारिज करते हुए शास्त्री ने कहा ,‘केदार वनडे टीम का अभिन्न हिस्सा हैं, जो न्यूजीलैंड में खेलेगी .’
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल लंबे समय से सीमित ओवरों के क्रिकेट में साथ नहीं उतरे हैं, यह पूछने पर कि उन्हें साथ खेलते कब देखेंगे, शास्त्री ने कहा ,‘हम उस पर फैसला लेंगे. आवश्यकता के अनुसार टीम उतारी जाती है.’ न्यूजीलैंड की पिचों को लेकर भी वह ज्यादा चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा ,‘एक टीम के रूप में हम उस बारे में नहीं सोचते. हालात के अनुरूप खेला जाएगा. इतिहास या अतीत पर हम ज्यादा नहीं सोचते.’