सर्दी का सितम जारी है। उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, झारखंड, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और एनसीआर सहित समूचा उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में हैं। कई राज्यों में न्यूनतम तापमान एक-दो डिग्री तक लुढ़क गया है।
हालांकि, उत्तराखंड में पारे में कुछ बढ़ोतरी होने से लोगों की परेशानी में आंशिक कमी आई है, पर अन्य पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बारिश और बर्फबारी लोगों की मुसीबत बढ़ा सकती है। शीत लहर के बीच कोहरा भी समस्या बना हुआ है। इससे सड़क सहित रेल यातायात प्रभावित हो रहा है।
राजस्थान के आठ शहरों में शीतलहर की चेतावनी दी गई है। सीकर के फतेहपुर में बीती रात तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां चार दिन बाद पारा माइनस से ऊपर आया है। राज्य के एकमात्र पर्वतीय स्थल माउंटआबू में तापमान माइनस 0.5 डिग्री रहा।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में नववर्ष का आगाज बारिश व बर्फबारी के साथ होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार पहली जनवरी को दोनों प्रदेशों के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश के केलंग, कल्पा व मनाली का न्यूनतम तापमान माइनस में है। उधर, जम्मू-कश्मीर के अधिकांश क्षेत्रों में पहले से ही शीत लहर और ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। श्रीनगर, लेह, कारगिल व गुलमर्ग जैसे क्षेत्रों में तापमान शून्य डिग्री से भी कम है।
कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के समस्त जिलों में ठंड का कहर जारी हैं। ठंडी हवाएं चलने से लोगों को कंपकंपी हो रही है। ऐसे में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहाहै।
नव वर्ष पर उत्तराखंड में मौसम राहत देगा। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को मौसम साफ रहने के साथ ही तापमान में भी कुछ वृद्धि होगी। सोमवार को भी प्रदेश के न्यूनतम तापमान में औसतन एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है।