हम आपको चाबी वाले बाबा के नाम से मशहूर इस शख्स के बारे में बता रहे है। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आम लोगों के साथ साथ साधु संतों का भी जमावड़ा लगा हुआ हैं। उन्हीं बाबाओं में से एक बाबा हाथ में लोहे की 20 किलो चाबी के साथ घूमते हुए लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
इस बाबा का नाम हरिश्चंद्र विश्वकर्मा है। जो उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले हैं। कहा जाता है कि पढ़ाई के दौरान इनकी रूची कबीर पंथी मे हो गई। और इन्होंने समाज में व्याप्त बुराइयों से लड़ने का फैसला कर लिया। इसके बाद यह बाबा कबीरा बन गए। और अपने आपको आध्यात्म में प्रवाहित करते हुए आगे बढ़ गए। हमेशा कबीरा बाबा लोहे की 20 किलोग्राम वजनी चाभी अपने कंधे पर लेकर चलते हैं।
स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मनाने वाले कबीरा बाबा का कहना है कि वह इस चाभी का राज बताना चाहते हैं लेकिन इसके लिए मौका तो दें। किसी को रोककर कुछ कहना चाहता हूं तो लोग यह कहकर मुंह फेर लेते हैं कि मेरे पास छुट्टे नहीं हैं। बाबा सत्य की खोज के साथ लोगों के मन में बसे अहंकार का ताला अपनी चाभी से खोलने का दावा कर रहे हैं। जो उनकी बात सुनते हैं, उनसे मन के अहंकार को निकाल फेंकने के लिए भी प्रेरित करते हैं।