कुंडम के इलाहाबाद बैंक ने ग्राम सरौली हर्राटीकुर के आदिवासी किसान के नाम पर 2 लाख का लोन तो स्वीकृत तो कर दिया, लेकिन किसान को मिले मात्र 5 हजार रुपए। मामला 2015 का है, लेकिन हाल ही में किसान द्वारा की गई शिकायत के बाद तहसीलदार कुंडम ने बुधवार को बैंक को सील कर दिया।
कुंडम तहसीलदार प्रदीप कौरव ने बताया कि राजाराम गौंड पुत्र भूरा गौंड के नाम से सन 2015 में एक ही खाते से 2 लाख का ऋण मंजूर हुआ था, लेकिन गरीब आदिवासी किसान को केवल 5 हजार रुपए ही दिए गए, बाकी की राशि अधिकारी और दलालों ने हजम कर ली। आदिवासियों ने आवेदन के माध्यम से एवं मौखिक रूप से शिकायत तहसीलदार को दी। इसके बाद उन्होंने कार्रवाई करते हुए इलाहाबाद बैंक की कुंडम शाखा को सील कर दिया है।
तहसीलदार श्री कौरव ने बताया कि बैंक मैनेजर इलाहाबाद बैंक कुंडम, सत्येंद्र साहू व बंसी लाल साहू को नोटिस जारी किया गया था कि 18 तारीख तक उपस्थित होकर न्यायालय में जवाब दें मगर 20 फरवरी तक उनके द्वारा कोई भी जवाब नहीं आने पर मुझे कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने यह भी बताया कि बैंक को सील करना बहुत जरूरी था, नहीं तो फाइलों में छेड़छाड़ हो सकती थी और हकीकत सामने नहीं आ पाती।
इलाहाबाद बैंक कुंडम सील होने से लोगों में एवं क्षेत्र में हलचल मची हुई है। कार्रवाई के दौरान कुंडम तहसीलदार प्रदीप कौरव, पटवारी मदन परस्ते, नीरज मिश्रा, प्रीतम उद्दे, टीकाराम ठाकुर सहित पूरी टीम उपस्थित रहे।