पश्चिम बंगाल के झारग्राम में गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दीदी पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि जब तक दीदी है, तब तक मलेरिया और डेंगू नहीं जाएगा, दीदी की मलेरिया और डेंगू से दोस्ती है। आप दीदी को हटा दो, कमल फूल की सरकार डेढ़ साल के अंदर मलेरिया को यहां से समाप्त कर देगी।
अरे दीदी आप हमें क्या डराती हो, खेला होबे से हम डर जाएंगे क्या। दीदी आपको मालूम नहीं है, बंगाल का छोटा बच्चा भी फुटबॉल खेलता है, आपके ‘खेला होबे’ से कोई नहीं डरता।
झारग्राम हरे भरे जंगल और लाल मिट्टी की भूमि है। आदिवासी भाइयों ने वर्षों से इस भूमि की संस्कृति संजो कर रखा है। मां, माटी मानुष का नारा देकर दीदी सत्ता में तो आई, लेकिन आपके लिए कुछ नहीं किया।
आप जंगल में से वन उपज चुनकर लाते हैं, उसका अच्छा दाम नहीं मिलता। हमने तय किया है कि हम 49 वन उपजों को समर्थन मूल्य देकर अच्छा दाम देने की शुरुआत करेंगे।
पश्चिम बंगाल में आदिवासियों को प्रमाण पत्र चाहिए होता है तो पटवारी को कट मनी देना होता है, हमने तय किया है कि आदिवासियों के लिए ऑनलाइन प्रमाण पत्र की व्यवस्था करके कटमनी को खत्म करेंगे।
लघु, सीमांत और भूमिहीन किसानों के बेटे और बेटियों के पढ़ने का खर्चा भाजपा की सरकार उठाएगी। जंगलमहल, झारग्राम और गरीब क्षेत्रों में 5 रुपये में अच्छा खाना देने की व्यवस्था भी भाजपा की सरकार करेगी।