प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करगिल विजय दिवस पर देश के सैनिकों की बहादुरी को याद किया है. प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि हालांकि उस वक्त भारत पाकिस्तान से मित्रता चाहता था, लेकिन पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर करगिल युद्ध का दुस्साहस किया था. पीएम मोदी ने कहा कि इस युद्ध में भारत के सच्चे पराक्रम की जीत हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थोड़ी देर पहले ट्वीट कर कहा कि मन की बात कार्यक्रम में करगिल योद्धाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करूंगा.
पीएम ने करगिल के शूरवीरों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी वीरता की कहानियां पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेंगी.
दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी 14वीं बार मन की बात करेंगे. वहीं, अगर पहले कार्यकाल को भी जोड़ दें तो ये 67वां ‘मन की बात’ कार्यक्रम है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जुलाई को ट्वीट कर कहा था, ‘मैं इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि आप लोग सामूहिक प्रयास से आने वाली सकारात्मक बदलाव की कहानियों से परिचित होंगे.
आप निश्चित रूप से ऐसी कहानियों को जानते होंगे, जहां सकारात्मक पहल ने लोगों की जिंदगी बदल दी है.
आप ऐसी कहानियों और प्रयासों को इस महीने 26 जुलाई को प्रसारित होने वाले ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए कृपया शेयर करें.’
पीएम मोदी ने लोगों से अपने विचार और कहानियों को पहुंचाने के लिए कहा था और इसके साथ कहानियां पहुंचाने का माध्यम भी बताया था.
प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए अपने विचार साझा करने के कई तरीके हैं. आप 1800-11-7800 पर कॉल करके अपना संदेश साझा कर सकते हैं या फिर आप अपने विचार को नमो ऐप पर मौजूद प्लेटफॉर्म पर डाल सकते हैं. या चाहे तो MyGov पर लिख सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 28 जून को ‘मन की बात’ के माध्यम से देश को संबोधित किया था. इस दौरान पीएम ने कई अहम मुद्दों पर अपने विचार जनता के साथ साझा किए थे, जिसमें चीनी घुसपैठ, लॉकडाउन और कोरोना जैसे मुद्दे शामिल थे.
अब देश में कोरोना के मामले में बढ़ोतरी हुई है तो एक बार फिर कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें पीएम मोदी जनता से दोबारा इस महामारी से बचने के उपाय साझा कर सकते हैं.
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