इसी के साथ न्यूजीलैंड ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 1-0 से मात दी। कीवी टीम ने 1999 के बाद पहली बार इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में मात दी। वहीं इंग्लैंड ने विदेशी जमीन पर 13वां टेस्ट बिना जीते खेला। टिम साउदी को टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच जबकि ट्रेंट बोल्ट को प्लेयर ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया।
बता दें कि न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। जो रूट के नेतृत्व वाली इंग्लैंड की पहली पारी 307 रन पर ऑलआउट हुई। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी 278 रन पर सिमटी। इस तरह इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर 29 रन की महत्वपूर्ण बढ़त मिली।
इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी 352/9 के स्कोर पर घोषित की और मेजबान टीम के सामने 382 रन का लक्ष्य रखा। मेहमान टीम को सीरीज 1-1 से बराबर करने की पूरी उम्मीद थी, लेकिन कीवी बल्लेबाजों ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया।
क्राइस्टचर्च में टेस्ट के पांचवें व अंतिम दिन न्यूजीलैंड ने अपनी दूसरी पारी 42/0 के स्कोर से आगे बढ़ाई। लैथम एक छोर पर डटे रहे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें साथ नहीं मिला। जीत रावल (17) को स्टुअर्ट ब्रॉड ने स्टोनमैन के हाथों कैच आउट कराकर कीवी टीम को पहला झटका दिया। अगली ही गेंद पर ब्रॉड ने कप्तान केन विलियमसन को विकेटकीपर बेयरस्टो के हाथों कैच आउट कराकर मेजबान टीम को जोरदार झटका दिया।
इसके बाद अनुभवी रॉस टेलर (13), हेनरी निकोल्स (13) और बीजे वॉटलिंग (19) भी जल्दी-जल्दी पवेलियन लौटे। लैथम ने 207 गेंदों में 10 चौको की मदद से 83 रन बनाए, लेकिन लीच ने विंस के हाथों कैच आउट कराकर उनकी पारी का अंत किया।
फिर कॉलिन डी ग्रैंडहोम (45) और इश सोढ़ी (56*) ने इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर खबर ली और स्कोर 200 रन के पार लगाया। दोनों ने मेहमान टीम को विकेट के लिए तरसा दिया। फिर वुड ने ग्रैंडहोम को लीच के हाथों कैच आउट कराकर इंग्लैंड को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 97 गेंदों में 6 चौको की मदद से 45 रन बनाए।
यहां से सोढ़ी को नील वेगनर (7) का साथ मिला। दोनों ने कीवी टीम का स्कोर 250 रन के पार लगाया। वेगनर आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे। उन्होंने 103 गेंदों तक संघर्ष करते हुए इंग्लैंड को जीत से वंचित कर दिया। वहीं पुछल्ले बल्लेबाज इश सोढ़ी ने 168 गेंदों में 9 चौको की मदद से नाबाद 56 रन बनाए और टेस्ट ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई। इंग्लैंड की तरफ से स्टुअर्ट ब्रॉड, मार्क वुड और लीच ने दो-दो विकेट लिए। जेम्स एंडरसन और जो रूट को एक-एक सफलता मिली।