भारत कोविड-19 की दूसरी व खतरनाक लहर को झेल रहा है। आए दिन मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बीते दिन नए मामलों ने एक लाख के आंकड़े को भी पीछे छोड़ दिया था। वहीं, कोरोना से बचने में वैक्सीन का उपयोग काफी महत्वपूर्ण बताया गया है, इसी के मद्देनजर काफी तेजी से देश में वैक्सीन लगाई जा रही है। हालांकि, देश में सभी उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाए जाने के आदेश नहीं हुए हैं। इसी बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने मंगलवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए कहा है कि टीकाकरण 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए भी खोल देना चाहिए।
IMA ने कहा, ‘वर्तमान में, हम 45 वर्ष से ऊपर की आबादी का टीकाकरण कर रहे हैं। रोग की दूसरी लहर के तेजी से प्रसार के मद्देनजर, हम सुझाव देते हैं कि हमारी टीकाकरण रणनीति को युद्ध स्तर पर तत्काल प्रभाव से तैयार करने की आवश्यकता है। हम कोविड टीकाकरण ड्राइव में निम्नलिखित सुझावों का अनुरोध करते हैं। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोविड टीकाकरण प्राप्त करने की अनुमति हो।
एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया कि निजी अस्पतालों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के पारिवारिक क्लीनिकों को भी टीकाकरण अभियान में सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि सभी डॉक्टरों और परिवार चिकित्सकों के साथ टीकाकरण की उपलब्धता का ड्राइव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आईएमए के अनुसार, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश करने और कुछ खरीदने जाने के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र को अनिवार्य किया जाना चाहिए। IMA ने कहा कि इस बीमारी का तीव्र प्रकोप है, श्रृंखला को तुरंत तोड़ने के उपाय के रूप में, निरंतर लॉकडाउन की एक सीमित अवधि को विशेष रूप से सभी गैर-आवश्यक क्षेत्रों जैसे सिनेमा, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों, खेल, आदि के लिए लागू किया जाना चाहिए।
IMA ने कहा कि कोविड के दिशा निर्देशों का पालन करवाना जरूरी है। बुनियादी ढांचे जैसे बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता में वृद्धि होनी चाहिए। फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बढ़ावा देना चाहिए। प्रोटोकॉल का सख्त पालन करना बेहद जरूरी है।