17 महीने की बंद के बाद अब दोबारा सऊदी अरब की सीमाएं खुल रहीं हैं लेकिन केवल उन्हीं के लिए जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की खुराक ले ली है। देश में आने वाले पर्यटकों को केवल उसी वैक्सीन की खुराक के साथ आने दिया जाएगा जिसे सऊदी अरब में मंजूरी मिल चुकी है। ये हैं- फाइजर, एस्ट्राजेेनेका, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन। हालांकि रियाध (Riyadh) ने उमरा (Umra) पर से पाबंदियां हटाने को लेकर किसी तरह का ऐलान नहीं किया है। मुस्लिम श्रद्धालुओं द्वारा उमरा के लिए कोई निश्चित अवधि नहीं होती है। बता दें कि इसके लिए हर साल दुनिया भर से लाखों मुस्लिम श्रद्धालु यहां आते हैं।
सऊदी अरब के पर्यटन मंत्रालय ने ऐलान किया है कि 1 अगस्त से विदेशी पर्यटकों को देश में प्रवेश की इजाजत दी जाएगी। इसने यह भी कहा कि सऊदी में मान्यता प्राप्त वैक्सीन- फाइजर ( Pfizer), एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca), मॉडर्ना (Moderna) या जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) की खुराकें ही पर्यटकों के लिए अनिवार्य हैं। मंत्रालय ने बताया कि ऐसे पर्यटकों के लिए क्वारंटीन भी अनिवार्य नहीं होगा और न ही नेगेटिव PCR कोविड-19 टेस्ट के नतीजे लाने की जरूरत है।
यहां की 35 मिलियन की आबादी में अब तक कोरोना वैक्सीन की 26 मिलियन खुराकें दी जा चुकी हैं। देश में हुए ऐलान के अनुसार, 1 अगस्त से शिक्षण संस्थानों व मनोरंजन स्थलों समेत सरकारी व निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य होगा। बता दें कि सऊदी अरब में 523,000 कोरोना संक्रमण के मामले मिले हैं और 8,213 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
कोविड-19 के कारण हज व उमरा श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा जो आमतौर पर यहां के लिए रेवेन्यु की कमाई का प्रमुख साधन है। अभी केवल यहां के वैक्सीनेटेड श्रद्धालुओं को ही उमरा (umrah) की इजाजत है। सरकार ने देशव्यापी वैक्सीनेशन ड्राइव को तेज कर दिया है क्योंकि यहां के पर्यटन, खेल और मनोरंजन को दोबारा शुरू किया जा सके।