जापान में नए साल के दिन आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार तड़के भूकंप के कारण ढही हुई इमारतों के मलबे से शव को बाहर निकाला। वहीं भूकंप के कारण हजारों घरों की बिजली गुल हो गई और कई तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जापान में नए साल के दिन आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार तड़के भूकंप के कारण ढही हुई इमारतों के मलबे से शव को बाहर निकाला। समाचार एजेंसी रायटर ने यह जानकारी दी है। मालूम हो कि जापान में नए साल के दिन सोमवार को 7.6 की तीव्रता वाला भूकंप आया, जिसमें कई इमारतें जमींदोज हो गईं।
हजारों घरों की बिजली गुल
वहीं, भूकंप के कारण हजारों घरों की बिजली गुल हो गई और कई तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। भूकंप के कारण जापान के पश्चिमी समुद्री तट के साथ-साथ पड़ोसी दक्षिण कोरिया में भी एक मीटर से ऊंटी लहरें उठीं।
रनवे में दरार आने से हवाई संचालन बंद
भूकंप के कारण रनवे में दरार आने के बाद एक स्थानीय हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। रायटर ने स्थानीय ब्रॉडकास्टर एनटीवी के हवाले से बताया कि इशिकावा प्रान्त के शिका टाउन में एक इमारत ढहने से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, क्योडो न्यूज ने प्रीफेक्चुरल क्राइसिस मैनेजमेंट टीम का हवाला देते हुए कहा कि इशिकावा में चार लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 50 साल के एक पुरुष और महिला, एक युवा लड़का और 70 साल का एक आदमी शामिल है।
शाम चार बजे के बाद लगे 21 झटके
मालूम हो कि इशिकावा तट और नजदीकी प्रांतों में शाम चार बजे के बाद चार से अधिक की तीव्रता वाले 21 झटके लगे। इनमें से एक की तीव्रता 7.6 रही। भूकंप के बाद सुनामी की एक मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही हैं। प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। वहीं,
अगले तीन दिनों में आ सकते हैं बड़े भूकंप
जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके टीवी ने चेतावनी दी कि सुनामी की लहरें पांच मीटर ऊंचाई (16.5 फीट) तक पहुंच सकती हैं। लोग जितनी जल्दी हो सके ऊंचे स्थानों या इमारतों में शरण ले लें। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी का कहना है कि अगले दो या तीन दिनों में इस क्षेत्र में और बड़े भूकंप आ सकते हैं।
97 हजार लोगों को सुरक्षित पर जाने की दी गई सलाह
जानकारी के मुताबिक, 1 दिन में 155 बार भूकंप महसूस किए गए, जिसमें 7.6 की तीव्रता वाला भूकंप सबसे खतरनाक साबित हुआ। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने मुताबिक, भूकंप की वजह से लगभग 33,000 घरों में बिजली नहीं है और प्रमुख राजमार्गों सहित देश भर में कई महत्वपूर्ण मार्ग बंद हैं। होंशू द्वीतट पर नौ प्रान्तों में रह रहे 97 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है।