मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले इस्तीफा देने का एलान कर दिया है. सीएम कमलनाथ ने कहा कि मैंने हमेशा विकास में विश्वास रखा.
प्रदेश की जनता आज पूछ रही है कि कमलनाथ का क्या कसूर है. मुझे जनता ने पूरे पांच सालों के लिए बहुमत दिया था. प्रदेश के साथ धोखा करने वाले नेताओं के साथ जनता कभी न्याय नहीं करेगी. सीएम कमलनाथ एक बजे राज्यपाल लालजी टंडन से मिलेंगे और अपना इस्तीफा सौंप देंगे.
सीएम कमलनाथ ने कहा, ”बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या की है. मेरी सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया, लेकिन ये बीजेपी को रास नहीं आया.” उन्होंने कहा, ”15 महीनों में मेरा प्रयास रहा कि हम प्रदेश को नई दिशा दें, प्रदेश की तस्वीर बदलें. मेरा क्या कसूर था? इन 15 महीनों में मेरी क्या गलती थी?”
कमलनाथ ने आगे कहा, ”15 महीने के कार्यकाल में मेरी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा. जनता समझ चुकी थी कि जनता की सरकार क्या होती है.”
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रेदश के स्पीकर एनपी प्रजापति ने फ्लोर टेस्ट से पहले कई विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था. उन्होंने बताया कि उन्होंने अबतक कुल 23 विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं. इसमें 22 कांग्रेस और एक बीजेपी का विधायक है.