शुक्रवार को उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता हुई थी जिसके बाद किम जोंग-उन ने अगले महीने से परमाणु परीक्षण केंद्र बंद करने का फैसला किया है। खबरों के अनुसार किम ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से वादा किया है कि वह मई में परमाणु परीक्षण केंद्र बंद कर देगा।
इसी बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि प्योंगयांग की यात्रा के दौरान उनकी बात उत्तर कोरिया के तानशाह किम जोंग उन से हुई थी। यह मुलाकात काफी अच्छी रही थी। उन्होंने आगे कहा कि किम एक नक्शा तैयार करवा रहे हैं, जिससे परमाणु हथियार नष्ट करने में मदद मिलेगी।
अमेरिका के नवनिर्वाचित विदेश मंत्री माइक पोम्पियो मध्यपूर्व देशों के दौरे पर हैं। पोम्पियो ने कहा कि किम जोंग राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ऐतिहासिक शिखर बैठक के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हमने उन सभी मुद्दों और कठिनाइयों पर व्यापक बात की जिसका सामना दोनों देश कर रहे हैं।
किम जोंग का परमाणु परीक्षण ना करने का फैसला
बता दें कि हाल ही में किम ने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण को रोकने की घोषणा की थी। उत्तर कोरिया न्यूक्लियर और मिसाइलों का टेस्ट को रोक देगा और परमाणु हथियार नष्ट कर देगा। किम के इस कदम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। किम जोंग उन के इस फैसले से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी खुश हैं। उन्होंने उत्तर कोरिया के इस फैसले की सराहना करते हुए कहा था कि यह उत्तर कोरिया और दुनिया के लिए बहुत ही अच्छी खबर है।
मई-जून में हो सकती है किम और ट्रंप की मुलाकात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच प्रस्तावित मुलाकात की तैयारी शुरू हो गई है। इन दोनों नेताओं की मुलाकात मई अंत या जून के शुरू में होने की संभावना है।
ट्रंप ने की किम जोंग की तारीफ
शिखर वार्ता से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को माननीय कह कर उनकी तारीफ भी कर चुके हैं। ट्रंप ने कहा था कि किम वास्तव में बहुत ही खुले हुए व्यक्ति हैं। वह हर तरह से माननीय हैं। हमें बताया गया है कि वे जल्द से जल्द बैठक करना चाहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा मानना है कि यह दुनिया के लिए बहुत बड़ी बात होगी। हालांकि उन्होंने फिर कहा कि किम के साथ बैठक लाभदायक नहीं होगी, तो वह बातचीत से अलग हो जाएंगे। लेकिन वह बैठक को कुछ विशेष करने का अवसर मानते हैं। उन्होंने कहा कि हम देखेंगे कि बातचीत किस तरफ जाती है।