मुंबई: मुंबई से सटे काशिमिरा पुलिस ने एक ऐसे शातिर नाबालिग चोर को पकड़ा है जो सुबह के समय घर का दरवाजा खुला देख दबे पांव घर में घुस कर मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप और पर्स चुराकर चंपत हो जाता था. कोई शक ना करे इसलिए गूंगा-बहरा होने का एक सर्टिफिकेट भी हाथ में रखता था. अगर किसी के आने की भनक लगे तो हाथ में कार्ड इस तरह पकड़ कर खड़ा हो जाता मानो कोई मासूम मदद की दरकार में खड़ा है. पुलिस ने इसके पास से 28 मोबाइल और 4 लैपटॉप बरामद किये हैं जिनकी कीमत 3 लाख 14 हजार के करीब है.
इलाके के एडिशनल एसपी प्रशांत कदम के मुताबिक लोगों की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगालना और इलाके में सुबह नजर रखना शुरू किया. बस फिर क्या था सीसीटीवी में दिख रहे हुलिए के आधार पर उसे पकड़ लिया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पकड़े जाने के बाद शातिर चोर कई घंटों तक गूंगा और बहरा बना रहा. उसका मुंह खुलवाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. एक बार मुंह खुला तो उसकी पूरी कहानी सामने आ गई.
पुलिस के मुताबकि पकड़े जाने पर बचने के लिए नाबालिग अपने साथ भारत सरकार से मिला एक सर्टिफिकेट रखता था जिसमें इसे अनाथ और गूंगा-बहरा बताते हुए मदद की अपील की गई है, जिसे देख लोग तरस खाकर छोड़ देते. लेकिन सीसीटीवी में कैद उसकी करतूत से इसबार उसकी चाल कामयाब नहीं हुई.
मामले में सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि 13 साल के नाबालिग को चोरी सिखाने वाला कोई और नहीं, उसके अपने ही सगे दादा और मामा हैं. ये पहले से तय होता था कि अगर 3 घंटे तक लड़का वापस नहीं आया तो उन्हें अपना घर छोड़ कर भाग जाना है. पुलिस अब उनकी तलाश में आंध्रपदेश में उनके गांव वेल्लूर भी जाने की तैयारी में हैं और ये भी जांच कर रही है कि उसे गूंगा-बहरा होने का झूठा प्रमाणपत्र कैसे मिला?