13 छक्के, 2 चौके और 216 का स्ट्राइक रेट… ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell)ने लॉस एंजिल्स नाइट राइडर्स के खिलाफ अपना टी20 क्रिकेट का 8वां शतक ठोककर तबाही मचाई। MLC 2025 में मैक्सवेल वॉशिंगटन फ्रीडम के लिए खेल रहे हैं।
इस मैच में मैक्सवेल की शुरुआत धीमी रही, जहां पहली 15 गेंद पर वह सिर्फ 11 रन बना पाए थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने गियर बदला और सिर्फ 48 गेंदों में शतक ठोका। उनकी आक्रामक बैटिंग देखकर ये पहले से ही समझ आ रहा था कि वह हिटिंग मूड में हैं। उन्होंने अपनी पारी में कुल 13 छक्के और 2 चौके लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 216 का रहा।
Glenn Maxwell का रिकॉर्डतोड़ शतक
दरअसल, ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell Century) ने लांस एंजेल्स नाइट राइजर्स की टीम के खिलाफ शतक ठोककर इतिहास रच डाला हैं। उनके इस धमाकेदार शतक की बदौलत वॉशिंगटन फ्रीडम ने 20 ओवरों में 208-5 का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
एक समय फ्रीडम की हालत खराब थी, जहां 12वें ओवर में टीम ने 92 रन के स्कोर पर अपने पांच विकेट गंवा दिए थे और लग रहा था कि वह 150 रन भी शायद ही बना पाएगी, लेकिन मैक्सवेल ने एक बार फिर साबित कर दिखाया कि उन्हें क्यों इस फॉर्मेट में सबसे बड़े मैच विजेताओं में से एक माना जाता है।
मैच में लॉस एंजिल्स नाइट राइडर्स के खिलाफ शतक लगाकर मैक्सवेल ने इतिहास भी रच दिया। उनकी इस पारी ने मैक्सवेल को T20 क्रिकेट (T20 Cricket) में 10,500 रन का आंकड़ा पार करने में मदद की और यह शतक T20 क्रिकेट में उनका आठवां था।
इस तरह मैक्सवेल (Maxwell Created History) दुनिया के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने 10,500 से ज्यादा रन, 170 से ज्यादा विकेट और कई T20 शतक जड़े हैं। उनके अलावा कीरोन पोलार्ड और शोएब मलिक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके नाम T20 में 10000 से ज्यादा रन और 150 से अधिक विकेट हैं। पोलार्ड के नाम 13599 रन और 326 विकेट हैं, जिसमें एक शतक शामिल है, जबकि मलिक के नाम 13571 रन और 187 विकेट हैं।
बता दें कि टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में ग्लेन मैक्सवेल ने रोहित शर्मा की बराबरी कर ली। इस फॉर्मेट में रोहित शर्मा के नाम भी आठ शतक दर्ज हैं।
मैक्सवेल का परिवार को खास तोहफा
ग्लेन मैक्सवेल का परिवार (उनके मां-पिता) ये मैच देखने के लिए स्टेडियम पहुंचे थे और उन्होंने अपने परिवार के सामने शानदार पारी खेलकर उन्हें खास तोहफा दिया। मैच के बाद मैक्सवेल ने कहा,
“अलग परिस्थितियों में आया, अलग तरीके से बल्लेबाजी करनी पड़ी, शुरुआत धीमी थी लेकिन एक बार जब मुझे लगा कि हमें कुछ और रन चाहिए तो मैंने अपने शॉट खेलने शुरू किए और वे सफल रहे। उस समय हमें बस विकेट पर टिके रहने की जरूरत थी। मुझे उम्मीद थी कि मैं और चैपमैन पारी को आगे ले जाएंगे, हम शायद आखिरी 5-6 ओवरों को निशाना बना सकते थे, फील्ड को बदल सकते थे। यह बहुत अच्छा है। वे (उनके मम्मी और पापा) मुझे अक्सर रन बनाते हुए नहीं देख पाते, इसलिए उन्हें यहां देखकर अच्छा लगा।”