पीएम मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन प्रक्रिया के दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, असम, हरियाणा, गोवा, सिक्किम और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। साथ ही गृहमंत्री और रक्षामंत्री भी रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 मई को देश के 12 मुख्यमंत्री, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ तीसरी बार पर्चा दाखिल करेंगे। जिला प्रशासन ने उनके सुरक्षा को लेकर तैयारियां शुरू कर दीं हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सभी के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था कर ड्यूटी लगानी शुरू कर दी है।
भाजपा ने प्रधानमंत्री के नामांकन को भव्य बनाने की पूरी तैयारियां कर ली है। भाजपा शासित और सहयोगी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को नामांकन में शामिल करने का निमंत्रण भेज दिया गया है। इसमें उप्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के विष्णु देब साईं, महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे, राजस्थान के भजन लाल शर्मा और असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा, हरियाणा के नायब सिंह सैनी और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत व सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग व त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक साह नामांकन में शामिल होंगे। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी नामांकन में शामिल होंगे।
कई केंद्रीय मंत्री और राज्यमंत्री भी होंगे शामिल
नरेंद्र मोदी के नामांकन में कई केंद्रीय मंत्री और योगी सरकार समेत अन्य राज्य सरकारों में कैबिनेट मंत्री व राज्यमंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर व पूर्वांचल व आसपास के मौजूदा भाजपा सांसद व प्रत्याशी भी नामांकन से पहले होने वाले रोड शो में और नामांकन के दिन बनारस में मौजूद रहेंगे।
2019 में भी बड़े नेता रह चुके हैं मौजूद
2014 में नामांकन के तत्कालीन उप्र प्रभारी अमित शाह और रविशंकर प्रसाद व मुख्तार अब्बास नकवी मौजूद रहे थे। वहीं 2019 के नामांकन में तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह, तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मेघालय के मुख्यमंत्री सीके संगमा, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, उप्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, पीयूष गोयल, जेपी नड्डा, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, पूर्व सांसद मनोज सिन्हा, शाहनवाज हुसैन, मनोज तिवारी समेत कई नेता मौजूद रहे थे।
चुनाव के लिए 1241 वाहनों का होगा अधिग्रहण
लोकसभा चुनाव के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय ने परिवहन विभाग से छोटे और बड़े 889 वाहनों की मांग की है। इन वाहनों से पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। जबकि जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट, एफएसटी, प्रेक्षक आदि के लिए 352 वाहनों की जरूरत है। जिला निर्वाचन अधिकारी एस. राजलिंगम ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया है कि तय तिथि और निर्धारित स्थल पर वाहन उपलब्ध हो जाएं। परिवहन विभाग ने वाहनों की सूची तैयार करने के साथ ही स्थानीय थाने की मदद से अधिग्रहण नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। इसकी जिम्मेदारी दो लिपिकों को सौंपी गई है।
85 सीसी कैमरों से निगरानी, 125 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
लोकसभा चुनाव के नामांकन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का खाका कमिश्नरेट की पुलिस ने खींच लिया है। नामांकन स्थल की सुरक्षा त्रिस्तरीय रहेगी। निगरानी के लिए 85 सीसी कैमरों की मदद ली जाएगी। इसके अलावा 125 सिपाही-हेड कांस्टेबल, दरोगा-इंस्पेक्टर और एसीपी तैनात किए जाएंगे। भीड़ के बीच सादे कपड़ों में 30 महिला-पुरुष पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दिन उनकी सुरक्षा के मानकों के अनुरूप अलग से व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी ने बताया कि पुलिस आयुक्त कार्यालय और कलेक्ट्रेट के मेन गेट तक ही प्रत्याशियों और उनके प्रस्तावकों के वाहन आ सकेंगे। वहां से लगभग 100 मीटर की दूरी पैदल तय कर प्रत्याशी और उनके चार प्रस्तावक नामांकन कक्ष तक जाएंगे। आमजन पुलिस आयुक्त के कार्यालय आ-जा सकेंगे। जिन्हें कलेक्ट्रेट जाना होगा, वह उत्तरी गेट से आ-जा सकेंगे।