आबूधाबी में दस पंजाबी युवकों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद इन्हें बचाने की कवायद तेज हो गई है। सरबत दा भला ट्रस्ट के चेयरमैन एसपी सिंह ओबराय खुद दुबई जाने की तैयारी में हैं। उन्होंने फिलहाल एक महिला वकील के माध्यम से हाईकोर्ट आबूधाबी में याचिका दायर कर दी है लेकिन इसका अंतिम रास्ता ब्लड मनी का भुगतान करना ही है।
पाक नागरिक की हत्या का आरोप
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पंजाब के 11 नौजवानों को एक पाकिस्तानी के कत्ल के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन सबके बीच अवैध शराब की ब्रिकी पर झगड़ा हुआ था। इनमें से दस युवकों को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई गई है जबकि 11वें आरोपी को 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया। इस केस को पहले ही सरबत दा भला ट्रस्ट के एसपी सिंह ओबराय देख रहे थे। उन्होंने कहा कि अरब देशों में सीधा फार्मूला है कि फांसी के फंदे से अदालत तभी राहत देती है, जब ब्लड मनी मृतक के परिवार को अदा की जाए
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पंजाब के 11 नौजवानों को एक पाकिस्तानी के कत्ल के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन सबके बीच अवैध शराब की ब्रिकी पर झगड़ा हुआ था। इनमें से दस युवकों को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई गई है जबकि 11वें आरोपी को 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया। इस केस को पहले ही सरबत दा भला ट्रस्ट के एसपी सिंह ओबराय देख रहे थे। उन्होंने कहा कि अरब देशों में सीधा फार्मूला है कि फांसी के फंदे से अदालत तभी राहत देती है, जब ब्लड मनी मृतक के परिवार को अदा की जाए