सितंबर माह के पहले सप्ताह में संतान सप्तमी 05 सितंबर दिन गुरुवार को है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को संतान सप्तमी व्रत किया जाता है।
इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है, संतान की कुशलता और उन्नति के लिए भी यह व्रत किया जाता है। इस सप्ताह में कुछ और भी महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं, जिसमें राधाष्टमी व्रत, गौरी गणपति पूजन, श्री चंद्रनवमी, झूलनी एकादशी आदि हैं।
आइए जानते हैं इस सप्ताह के प्रमुख व्रत एवं त्योहारों के बारे में —
03 सितंबर: ऋषि पंचमी।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को ऋषि पंचमी मनाई जाती है। इस दिन ऋषियों की पूजा होती है।
04 सितंबर: सूर्य षष्ठी व्रत। लोलार्क षष्ठी। ललिता षष्ठी व्रत।
सूर्य षष्ठी व्रत हर मास के कृष्ण पक्ष की छठी आता है, इस तिथि को सूर्य देव की पूजा होती है।
05 सितंबर: मुक्ताभरण सप्तमी, संतान सप्तमी।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को संतान सप्तमी व्रत किया जाता है। इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है।
06 सितंबर: दुर्गाष्टमी व्रत। राधाष्टमी। महर्षि दधीचि जयंती।
राधाष्टमी राधा रानी के अवतरण दिवस के रूप में मनाई जाती है, यह हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है।
07 सितंबर: गौरी गणपति पूजन। श्री चंद्रनवमी।
08 सितंबर: श्री रविदशमी।
09 सितंबर: झूलनी एकादशी।