निर्भया के गुनहगारों को सज़ा-ए-मौत देने के लिए तिहाड़ में तख्ते तैयार कर लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि निर्भया के चारों गुनाहगारों को एक साथ फांसी दी जाएगी। अब तिहाड़ देश की पहली ऐसा जेल हो गई है, जहां एक साथ चार तख्त फांसी के लिए तैयार हैं। अभी तक यहां फांसी के लिए एक ही तख्त था, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर 4 कर दी गई है। तिहाड़ जेल के अंदर तख्ते तैयार करने का काम लोक निर्माण विभाग यानी PWD ने बीते सोमवार को पूरा कर लिया था। तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि इस काम को पूरा करने के लिए जेल के अंदर जेसीबी मशीन भी लाई गई थी, क्योंकि तीन नए फांसी के तख्ते तैयार करने के लिए यह भी जरूरी होता है कि उनके नीचे एक टनल भी बनाई जाए। इसी टनल के माध्यम से फांसी के बाद मृत कैदी को बाहर निकाला जाता है। तीन नए फांसी के तख्तों के साथ ही पुराने तख्ते को भी बदल दिया गया है।
जेल सूत्रों का कहना है कि फांसी के तीन तख्ते यहां निर्भया गैंगरेप के लिए बंद चार कैदियों को फांसी देने के लिए तैयार कराए गए हैं। इन चारों के मामलों की स्टेटस रिपोर्ट जेल प्रशासन कोर्ट खुलने पर देगा। कोर्ट 6 जनवरी को खुल रही हैं। तमाम कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इनकी फांसी पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
फिलहाल निर्भया गैंगरेप के चारों कैदियों को तिहाड़ की जेल नंबर-2 और 4 में रखा गया है। जब इन्हें फांसी पर लटकाने की तमाम कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद कोर्ट से ब्लैक वॉरंट जारी किया जाएगा, उस दौरान इन चारों को जेल नंबर-3 में फांसी के फंदे के पास वाली सेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि 19 दिसंबर को दोषियों की पुनर्विचार याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की थी। इसके एक माह में क्यूरेटिव अर्जी लगाई जा सकती है। फिर दया याचिका अंतिम विकल्प है। निर्भया गैंगरेप केस जघन्यतम श्रेणी का है। इसलिए राहत की उम्मीद कम है।