Madhya Pradesh News एक हादसे में 10 साल की बेटी के दोनों हाथ कट गए तो पूरा गांव मदद के लिए आगे आ गया। बच्ची के परिवारजनों की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। इलाज के लिए भी पैसे नहीं थे। ग्रामीणों में चंदा करके बच्ची का इलाज कराया। अब उसके पालन पोषण व जीवन यापन का पूरा जिम्मा ग्रामीणों ने ले लिया है।
सिवनी मालवा में कक्षा 5वी की छात्रा कीर्ति राजपूत 5 जनवरी को शाम 6 बजे स्कूल से लौटकर खाना खाने के बाद छत पर खेलने चली गई । घर के ऊपर से 11 केवी के तार की लाइन गई हुई है । कीर्ति ने खेलते. खेलते अचानक लोहे की एक राड उठा ली। जैसे ही कीर्ति ने राड उठाई। राड ऊपर तारों से जाकर टकरा गई और कीर्ति को जोरदार करंट लगा। दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गए। परिजन तत्काल सरकारी अस्पताल ले गए।
जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रेफर किया। परिजनों ने हालात को देखते हुए तत्काल इंदौर निजी अस्पताल ले गए। कीर्ति के दोनों हाथ काटने पड़े। 10 साल की कीर्ति राजपूत के कठिन समय में सिवनी मालवा के ग्रामीण एकजुट हो गए। जय रणजीत हनुमान मंदिर परिवार द्वारा जन सहयोग के लिए एक पहल के बाद प्रशासनिक अधिकारी ए जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, व्यापारी, आमजन सब एकजुट हो गए। जैसे कीर्ति उन्हें के परिवार की बिटिया हो।
प्रतिभाशाली कीर्ति राजपूत के लिए हर व्यक्ति भाई, पिता, चाचा के रूप में खड़ा हुआ है। जय हनुमान रणजीत मंदिर समिति की अगुवाई में ग्रामीणों कीर्ति के इलाज पर अब तक खर्च हुए करीब दो लाख का भुगतान कर दिया। इसके साथ ही कीर्ति को जीवनभर मदद करने का वादा किया है। अभी तक जिन लोगों ने सहयोग दिया है। एसडीएम रवि शंकर रायए तहसील दिनेश सावले ने कीर्ति का गरीबी रेखा का कार्ड बनवाया है।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र जैन, अनिल कलवानी, रणधीर रघुवंशी, श्याम खाटू परिवार शिवनी बानापुरा के सदस्यों, सर्राफा व्यापारी संघ, किराना व्यापारी संघ, सांसद प्रतिनिधि अरविंद सोहरोत सहित अनेक लोग अपने स्तर पर सहयोग दे रहे हैं।
हजार हाथों का साथ पाकर खुश है कीर्ति
कीर्ति का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसे अपने दोनों हाथ कटने का दुख तो हैए लेकिन गांव वालों के हजार हाथों के जुड़ने की खुशी भी है। कीर्ति का कहना है कि जिस तरह मेरे गांव के लोगों ने मेरी मदद की है उससे अपने हाथ नहीं होने की कमी महसूस नहीं हो रही।
पिता हुए भावुक जताया आभार
कीर्ति के पिता गुरवीर सिंह कपड़े की छोटी सी कपड़े की दुकान है। उनकी छह बेटियां हैं। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। गुरवीर का कहना है कि यदि गांव के लोग मदद नहीं करते तो बेटी का बचना मुश्किल था। जिस तरह ग्रामवासी मदद कर रहे हैं उनका जितना आभार जताया जाए कम है।
पूरी मदद करेंगे
कीर्ति की पूरी मदद करेंगे। पढ़ाईए जीवन यापन का पूरा खर्च जय रणजीत हनुमान समिति व ग्रामीण उठाएंगे।
– यूएस चन्द्रायणए सदस्य जय रणजीत हनुमान समिति, सिवनी मालवा।