होली खर्चीला पर्व है। चिप्स, पापड, गुझिया, मठरी जैसे तमाम लजीज आइटम इस पर्व की शान बढ़ाते हैं। बच्चों के नए कपड़े आदि…आदि की व्यवस्था भी करनी पड़ती है। जाहिर है इन सब में खर्च भी अधिक होता है। ऐसे में अगर बैंक कई दिनों तक लगातार बंद रहे तो लोगों का आर्थिक बजट भी गड़बड़ा सकता है। जी हां इस बार होली के आसपास ऐसी ही समस्या उत्पन्न होने वाली है। मार्च महीने में होली है। इसी माह के पहले पखवारे में बैंक भी लगातार आठ दिन बंद रहेंगे। इसलिए लोगों को समस्या हो सकती है।
नकदी के अभाव में होली फीकी हो सकती है
इसलिए आप पहले से सावधान रहें और बैंकों के बंद होने से पूर्व जरूरत भर की नकदी जरूर निकाल लें। अन्यथा नकदी के अभाव में आपकी होली फीकी हो सकती है। वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना होने के कारण रिटर्न फाइल करने और ऑडिट कराने में भी दिक्कत होगी। अगले महीने की आठ तारीख को रविवार के कारण बैंक बंद रहेंगे। जबकि नौ और 10 को होली का अवकाश होने के कारण बैंक नहीं खुलेंगे। 11, 12 और 13 मार्च को बैंकों में हड़ताल के कारण शटर नहीं खुलेंगे। 14 मार्च को दूसरा शनिवार और 15 को रविवार होने से बैंकों में छुट्टी रहेगी। एजेंसियों के हटा दिए जाने से एटीएम में भी इस दौरान नकदी नहीं डाली जा सकेगी। इसलिए एटीएम से भी पैसा मिलना मुश्किल रहेगा।
एजेंसियां हैं नहीं, कैसे डालें एटीएम में रुपये
एटीएम में राशि डालने की जिम्मेदारी अब बैंकों के पास आ गई है लेकिन कर्मी भी नकदी सिर्फ कार्य अवधि में ही डाल सकते हैं। ऐसे में छुट्टियों में एटीएम खाली हो जाते हैं। सोमवार को तीन दिन बाद बैंक खुले लेकिन नोट नहीं भरे गए। एटीएम में जहां नकदी थी, वहां लोगों की लंबी कतार लगी रही। बैंकों में तीन दिन छुट्टी होने से शहर के एटीएम खाली हो गए।
इन एटीएम के शटर गिरे रहे
सिविल लाइंस बस अड्डे के समीप पंजाब नेशनल बैंक और स्टेट बैंक के एटीएम के शटर गिरे रहे। सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि चार दिन से एटीएम में नकदी नहीं है। सिविल लाइंस में सरदार पटेल मार्ग स्थित यूको बैंक, महात्मा गांधी मार्ग स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और स्टेट बैंक के एटीएम में नकदी के लिए लोगों की लाइन लगी रही। यूको बैंक सिविल लाइंस के मुख्य प्रबंधक एसके दिवाकर का कहना है कि एटीएम की सीमा (लिमिट) 15 लाख रुपये होती है। एजेंसी है नहीं, ऐसे में बैंक खुलने पर ही एटीएम में रुपये डाले जाते हैं।
कार्य अवधि में ही डाले जा सकते हैं नोट
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सिविल लाइंस शाखा के मुख्य प्रबंधक डॉ. राकेश कुमार राय का कहना है कि एजेंसियां हटा दी गई हैं। अब बैंक कर्मचारियों को ही कार्य अवधि में नोट डालना पड़ता है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की गाइड लाइन है कि बैंक खुलने पर ही एटीएम में राशि डाली जाएगी।