देश की राजधानी दिल्ली में होटल सेवा फिर से शुरू करने के लिए दिल्ली होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप का आग्रह किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली में स्थित हजारों गेस्ट हाउस और बजट होटल को राहत दिलाने की मांग की है। इसके साथ ही इस क्षेत्र की अन्य समस्याओं से भी उन्हें अवगत कराकर राहत की मांग की है।
पत्र में उन्होंने कहा कि होटल संचालन से जुड़े अधिकतर लोग मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं, जो मौजूदा समय में गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। अगर जल्द ही इसपर फैसला नहीं लिया जाता है तो इनकी हालत और खराब हो सकती है। हजारों कर्मचारियों की भी हालत खराब होने वाली है, क्योंकि होटल संचालकों के पास अब उन्हें वेतन देने के लिए पैसे नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि होटल व रेस्टारेंट को फिर से खड़ा करने और पर्यटन उद्योग को फिर से पटरी पर लाने की सख्त जरूरत है,क्योंकि चार माह से बंदी के कारण यह उद्योग बड़ी मुश्किलों से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली देश का प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं यहां लाखों की संख्या में हर वर्ष देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। इनके आतिथ्य सत्कार के लिए यहां हजारों होटल्स व गेस्ट हाउस हैं। जो बंदी के बीच सरकारी एजेंसियों की कई प्रकार की देनदारियों के साथ ही बैंकों की देनदारी से जूझ रहे हैं। होटल बंद है तो भी पूरा बिजली व पानी का बिल भेजा जा रहा है। गृहकर भुगतान के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार के साथ ही दिल्ली सरकार को भी हस्तक्षेप करना चाहिए।
यहां पर बता दें कि लॉकडाउन के चलते पिछले 3 महीने से भी अधिक समय से दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में होटल उद्योग ठप है, जिससे बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है।