महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पर अब रात के समय भी लैंडिंग की जा सकेगी। नाइट लैंडिंग के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं
महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पर अब रात के समय भी लैंडिंग की जा सकेगी। नाइट लैंडिंग के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं, जिसमें लैंडिंग लाइट्स, पोजिशन लाइट्स, एंटी-कॉलिजन लाइट्स, स्ट्रोब लाइट्स, रनवे लाइटिंग, टैक्सी वे लाइटिंग और अप्रोच लाइटिंग लगाने का काम पूरा हो गया है। एयरपोर्ट अधिकारियों की ओर से अगले सप्ताह नाइट लैंडिंग की सुविधा के लिए डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन को आवेदन किया जाएगा।
डीजीसीए की टीम इसका निरीक्षण करने के बाद नाइट लैंडिंग के लिए अनुमति पत्र जारी करेगी। हिसार एयरपोर्ट पर अभी दिन के समय ही हवाई जहाज की लैंडिंग व टेक ऑफ की सुविधा है। रात के समय किसी विमान को नहीं उतारा जा सकता है और न हीय अधि किसी विमान को उड़ान भराई जा सकती है।
इसके लिए पर्याप्त संसाधन हिसार एयरपोर्ट पर नहीं थे। अब एयरपोर्ट पर रनवे लाइटिंग, टैक्सीवे लाइटिंग, अप्रोच लाइटिंग लगा दी गई हैं। एयरपोर्ट के स्थानीकारी अब डीजीसीए के नियमों के अनुसार आवेदन करेंगे। जिसके बाद डीजीसीए की टीम इसका मुआयना करेगी। अगर सब कुछ सही पाया गया तो हिसार एयरपोर्ट अथॉरिटी को नाइट लैंडिंग की अनुमति दे दी जाएगी, जिसके बाद रात के समय व खराब मौसम में भी हवाई सेवाओं का संचालन हो सकेगा। फिलहाल एयरपोर्ट को एक ही शिफ्ट में संचालित किया जा रहा है।
जयपुर के लिए नवंबर में शुरू होगी फ्लाइट
हिसार एयरपोर्ट से अभी दिल्ली, अयोध्या, चंडीगढ़ के लिए हवाई सेवाएं दी जा रही हैं। जिसमें तीनों शहरों के लिए सप्ताह में दो-दो दिन फ्लाइट हैं। हिसार से दिल्ली व अयोध्या के लिए 72 सीटर और चंडीगढ़ के लिए 42 सीटर हवाई जहाज है। अब तीसरे चरण में हिसार से जयपुर के लिए सेवा शुरू की जानी है। अलायंस एयरलाइन जयपुर के लिए एक नवंबर से अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है। चौथे चरण में अहमदाबाद और जम्मू के लिए सेवाएं शुरू होने की संभावना है।
अभी शुरू नहीं हुआ नए टर्मिनल का काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को हिसार एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल के लिए शिलान्यास किया था, लेकिन तीन माह बाद भी अभी एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल का काम शुरू नहीं हो सका है। करीब 413 करोड़ रुपये की लागत से नए टर्मिनल का निर्माण होना है। 17 अप्रैल 2027 तक टर्मिनल का काम पूरा किया जाना है। एयरपोर्ट पर नए एटीसी काम भी शुरू किया जाना है। एयरपोर्ट पर टर्मिनल बिल्डिंग, एक कार्गों टर्मिनल बिल्डिंग व एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल का निर्माण किया जाएगा। पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग 37790 वर्ग मीटर में बनेगा, जबकि कार्गों टर्मिनल बिल्डिंग 2235 वर्ग मीटर में तैयार होगा। इस टर्मिनल की क्षमता 21 लाख पैसेंजर प्रति वर्ष होगी। यह शंख आकार में बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की सुविधा जल्द ही दी जाएगी। नाइट लैंडिंग के लिए सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। इसी सप्ताह आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उम्मीद है कि अगस्त महीने में हमें नाइट लैंडिंग सुविधा प्रदान करने के लिए अनुमति मिल जाएगी। नए टर्मिनल व एटीसी के काम भी बहुत जल्द शुरू होंगे। – विपुल गोयल, उड्डयन मंत्री, हरियाणा