हिज्बुल आतंकी की धमकी, पुलिस की नौकरी छोड़ो वर्ना अंजाम भुगतो

कश्मीर में हिज्बुल आतंकी रियाज नाइकू सुरक्षा और पुलिस बलों के लिए गंभीर चुनौती बना हुआ है. बुधवार को सोशल मीडिया में उसका एक नया ऑडियो क्लिप जारी हुआ. क्लिप में उसने लोगों से अपील की है कि वे पुलिस की नौकरी जॉइन न करें.

ऑडियो क्लिप में नाइकू ने कहा है कि हिंदुस्तान की सरकार एक साजिश के तहत लोगों को एसपीओ बना रही है. कई विभागों में रिक्तियां हैं लेकिन पुलिस बल में ही भर्तियां हो रही हैं. नाइकू ने सभी एसपीओ से कहा कि वे उग्रवादियों की सूचना पुलिस को न दें और फौरन पुलिस की नौकरी छोड़ दें वर्ना नतीजे काफी बुरे होंगे.

धमकी देने वाले शख्स ने जम्मू-कश्मीर पुलिस, एसटीएफ, ट्रैफिक पुलिस, सीआईडी, राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ, बीएसएफ और केंद्र सरकार की नौकरी करने वाले कश्मीरियों से नौकरी छोड़ने की धमकी देते हुए नौकरी छोड़ने का सबूत इंटरनेट पर अपलोड भी करने को कहा है. नौकरी छोड़ने के लिए उसने चार दिन का वक्त दिया है और यह धमकी भी दी है कि चार दिन के बाद तुम लोगों का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा.

जम्मू-कश्मीर पुलिस में 35 हजार एसपीओ

जम्मू-कश्मीर पुलिस (जेकेपी) के पास करीब 35,000 एसपीओ हैं जो पुलिस विभाग में नियमित नौकरी मिलने की आस लगाए हुए हैं. पुलिस विभाग राज्य के युवाओं के लिए रोजगार का मुख्य आकर्षण बना हुआ है. जुलाई 2016 में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद दो वर्षों में घाटी के करीब 9,000 युवा पुलिस में भर्ती हो चुके हैं.

इस साल 29 अगस्त की हत्या को मिलाकर कुल 35 पुलिसकर्मियों की हत्या हो चुकी है, जो 2017 में पूरे साल कुल हत्या से भी ज्यादा है. इन हमलों के जवाब में सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के कई गांवों में छापे मारे.

पुलिस के खिलाफ घटनाएं बढ़ीं

हाल के महीनों में उग्रवादियों के मारे जाने के जवाब में पुलिसकर्मियों पर हमलों की अभूतपूर्व घटनाएं देखने को मिली हैं. इतना ही नहीं, उनकी हत्याओं का प्रदर्शन भी किया जा रहा है. एक वीडियो में 28 साल के एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) मोहम्मद सलीम शाह जिन्हें हाल में तरक्की देकर ट्रेनी कांस्टेबल बना दिया गया था, उग्रवादियों के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं. गोलियों से छलनी शाह का शव 21 जुलाई को कैमोह गांव के बाहर मिला.

एक सप्ताह बाद हिज्बुल मुजाहिदीन के उग्रवादियों ने एसपीओ मुदस्सिर अहमद लोन को त्राल में उनके घर से अगवा कर लिया. पुलिस महकमे में खानसामा की नौकरी करने वाले लोन के परिजनों ने रहम की भीख मांगी.

उन्हें इस चेतावनी के साथ रिहा किया गया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के दूसरे कर्मचारी नौकरी छोड़ दें. अकेले त्राल में ही 20 एसपीओ ने मस्जिद के लाउडस्पीकरों से नौकरी छोडऩे के फैसले का ऐलान किया.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com