हाथरस के चंदपा क्षेत्र में युवती के साथ हुई घटना के बाद अब आरोपियों के पक्ष में भी पंचायतें हो रही पंचायत में सरकार के इस मामले की सीबीआई से जांच और नार्को टेस्ट कराने के फैसले का स्वागत किया गया। वक्ताओं ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि सच सामने आए और जो असली दोषी हैं, उन्हें सजा मिले। यह भी उल्लेखनीय है कि इस पंचायत में अनुसूचित जाति के भी कुछ नेता मौजूद रहे।
आरोपी चारों बच्चे पूरी तरह से निर्दोष हैं। यदि सही जांच कराई जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि मृतका की मां और भाई ने ही इस लड़की की हत्या की है। उन्होंने कहा कि यह जाति-बिरादरी का मामला नहीं है। यह धर्म और अधर्म की लड़ाई है। पूर्व विधायक ने कहा कि सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ नार्को टेस्ट कराने का फैसला लेकर सही कदम उठाया है। सरकार के इस फैसले का सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने इस पंचायत को सर्वधर्म जातीय बुद्धिजीवी सम्मेलन करार दिया। इस मौके पर सीए मानवीर सिंह ने कहा कि जिसे पीड़ित परिवार बताया जा रहा है, असल में वह पक्ष ही ताकतवर है। उसके साथ देश की सभी विपक्षी पार्टियां खड़ी हैं। इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर खुद को पीड़ित बताकर इन लोगों ने 25 लाख रुपये की सहायता, सरकारी आवास और नौकरी जैसी मांगें मंजूर करा लीं। चार निर्दोष लोगों को जेल भिजवा दिया।
कुछ वक्ताओं ने कहा कि बिटिया हम सभी की बिटिया थी, ऐसे में हम चाहते हैं कि उसकी हत्या करने वाले असली दोषी पकड़े जाएं। कोई निर्दोष जेल न जाए। जब इस पंचायत की जानकारी प्रशासन को मिली तो काफी पुलिस फोर्स पूर्व विधायक के निवास पर तैनात कर दी गई। उनसे धारा 144 का हवाला देकर पंचायत न करने को भी कहा गया, लेकिन पूर्व विधायक ने यही कहा कि वह अपने निवास पर कार्यक्रम कर रहे हैं और एक तरह से यह सरकार के फैसले का स्वागत कार्यक्रम है।