देश को झकझोर देने वाले चंदपा की बिटिया के प्रकरण में सीबीआई ने अपनी जांच और तेज कर दी है। सीबीआई की टीम ने बुधवार की सुबह बिटिया के पिता व दो भाइयों को पूछताछ के लिए अपने कैंप कार्यालय पर बुलाया। मामले से संबंधित कई जानकारियां इकट्ठे करने के बाद टीम जिला अस्पताल गई।
14 सितंबर को बिटिया को सबसे पहले जिला अस्पताल में ही भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया गया था। जांच करने पहुंची सीबीआई की टीम ने 14 तारीख की सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की कोशिश की, लेकिन फुटेज गायब मिले। जिस दिन बिटिया को भर्ती कराने की बात कही जा रही है उस दिन के सीसीटीवी फुटेज सीबीआई को नहीं मिल पाए।
बिटिया के साथ हुई दरिंदगी के मुकदमे की जांच अब सीबीआई कर रही है। पिछले चार दिनों से सीबीआई ने यहां डेरा जमा रखा है। सबसे पहले आते ही सीबीआई ने पुलिस से इस केस से जुड़े सारे दस्तावेज हासिल कर लिए थे। इसमें मेडिकल रिपोर्ट, बिटिया का विवेचक को दिया बयान, केस डायरी आदि हासिल कर लिए थे। कुछ वीडियो भी सीबीआई ने पुलिस से ले लिए थे।
मंगलवार को सीबीआई घटनास्थल पर गई थी। वहां सीबीआई ने घटनास्थल का मुआयना किया था। फिर बिटिया के शव के दाह संस्कार स्थल पर गई थी। इसके बाद बिटिया के घर पर भी गई थी। वहां भी गहनता से जांच-पड़ताल की थी। मंगलवार की शाम को सीबीआई बिटिया के एक भाई को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई थी। देर शाम उसे छोड़ दिया था। अब बुधवार को भी सीबीआई की जांच रफ्तार से चली।
सीबीआई ने बुधवार सुबह ही बिटिया के पिता व दोनों भाइयों को अपने कैंप कार्यालय पर बुलवा लिया। इन्हें एसडीएम अंजलि गंगवार बड़ी तादात में पुलिस बल के साथ बिटिया के गांव से सीबीआई के अलीगढ़ रोड स्थित उपकृषि निदेशक कार्यालय छोड़कर आई। वहीं सीबीआई ने अपना कैंप कार्यालय बना रखा है। देर शाम तक इनसे पूछताछ जारी थी। वहीं सीबीआई की एक टीम ने जिला अस्पताल जाकर भी रिकॉर्ड खंगाले।
सूत्रों की मानें तो सीबीआई की टीम कुछ देर के लिए जिला अस्पताल में रुकी और वहां उस दिन के सीसीटीवी फुटेज भी प्राप्त करने की कोशिश की। लेकिन फुटेज नहीं मिले। वहीं, जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आईबी सिंह का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनसे कोई नहीं मिला है। वैसे अस्पताल के सभी सीसीटीवी कैमरे चालू हैं।